ट्रिनिटी कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, त्रिवेंद्रम
केरल के छात्र और फैकल्टी ने मिलकर जून 2015 के चौथे सप्ताह
में स्टूडेंट सैटेलाइट प्रोजेक्ट शुरू किया. इसका कार्यक्रम का नाम ट्रिनिटी अदरक
स्टूडेंट सैटेलाइट (Trinity Adrak Student Satellite, TASSAT) रखा गया. स्टूडेंट सैटेलाइट प्रोग्राम को वर्ष 2018 तक
पूरा किया जाएगा.
ओमान की एक प्राइवेट कंपनी अल अदरक (Al Adrak) इस
परियोजना को प्रायोजित कर रही है तथा इसे वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है.
TASSAT परियोजना के हिस्से CubeSats और NanoSats को एक नियमित रूप से निर्मित किया जाएगा. इससे पहले इसके पास कम से कम 1.33 किलोग्राम और 1 लीटर की मात्रा का एक छोटा उपग्रह है. इसे तैयार सामाग्री का उपयोग कर बनाया गया है. बाद में 1 से 10 किलोग्राम के मध्य वजन का उपग्रह बनाने की योजना है.
TASSAT परियोजना के हिस्से CubeSats और NanoSats को एक नियमित रूप से निर्मित किया जाएगा. इससे पहले इसके पास कम से कम 1.33 किलोग्राम और 1 लीटर की मात्रा का एक छोटा उपग्रह है. इसे तैयार सामाग्री का उपयोग कर बनाया गया है. बाद में 1 से 10 किलोग्राम के मध्य वजन का उपग्रह बनाने की योजना है.
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