नेपाल के पुनर्निर्माण हेतु एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन, नेपाल की राजधानी काठमांडू में 25 जून 2015 को संपन्न हुआ.
यह सम्मेलन नेपाल सरकार द्वारा नेपाल की सहायता हेतु फंड जुटाने के लिए किया गया ताकि 25 अप्रैल को 7.8 रिएक्टर स्केल की तीव्रता वाले विनाशकारी भूकंप से हुए नुकसान की भरपाई की जा सके, इस भूकंप में 9,000 लोग मारे गये थे.
इस सम्मेलन में 35 देशों ने भाग लिया जिसमें चीन, ब्रिटेन, नॉर्वे, जापान, श्रीलंका तथा यूरोपियन यूनियन, सयुंक्त राष्ट्र, विश्व बैंक तथा एशिया विकास बैंक शामिल थे.
यह सम्मेलन नेपाल सरकार द्वारा नेपाल की सहायता हेतु फंड जुटाने के लिए किया गया ताकि 25 अप्रैल को 7.8 रिएक्टर स्केल की तीव्रता वाले विनाशकारी भूकंप से हुए नुकसान की भरपाई की जा सके, इस भूकंप में 9,000 लोग मारे गये थे.
इस सम्मेलन में 35 देशों ने भाग लिया जिसमें चीन, ब्रिटेन, नॉर्वे, जापान, श्रीलंका तथा यूरोपियन यूनियन, सयुंक्त राष्ट्र, विश्व बैंक तथा एशिया विकास बैंक शामिल थे.
भारत की ओर से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस सम्मेलन में शामिल हुईं उन्होंने नेपाल को 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर राशि सहायता के रूप में देने की घोषणा की. यह सहायता भारत की द्विपक्षीय विकासशील सहायता से भिन्न है जिसमें अगले पांच वर्षों तक नेपाल को कुल 2 बिलियन डॉलर की राशि प्रदान की जाएगी.
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