महाराष्ट्र सरकार ने 23 जून 2015
को ब्लू मॉरमॉन (पैपिलियो पोलीन्स्टर) को राजकीय तितली घोषित किया.
ब्लू मॉरमॉन दक्षिण में पायी गयी बर्डविंग के बाद दूसरी सबसे बड़ी तितली है.
इस निर्णय द्वारा महाराष्ट्र देश में राजकीय तितली घोषित करने वाला पहला राज्य बन गया.
ब्लू मॉरमॉन को राज्य तितली बनाने का निर्णय मुंबई में राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में लिया गया.
ब्लू मॉरमॉन दक्षिण में पायी गयी बर्डविंग के बाद दूसरी सबसे बड़ी तितली है.
इस निर्णय द्वारा महाराष्ट्र देश में राजकीय तितली घोषित करने वाला पहला राज्य बन गया.
ब्लू मॉरमॉन को राज्य तितली बनाने का निर्णय मुंबई में राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में लिया गया.
ब्लू मॉरमॉन
यह एक बड़ी, मोटी पूँछ वाली तथा वेलवेट पंखों वाली तितली है. इसके पंखों पर चमकीले नीले धब्बे होते हैं जबकि शरीर पर लाल निशान देखे जा सकते हैं.
श्रीलंका के अलावा इस प्रजाति की तितली महाराष्ट्र के पश्चिमी घाट, दक्षिण भारत व पूर्वी समुद्री तटीय क्षेत्रों में पाई जाती है.
इससे पहले राज्य सरकार ने पीले पंजों वाले हरे कबूतर को राजकीय पक्षी, विशाल गिलहरी को राजकीय पशु तथा आम को राजकीय वृक्ष तथा जारुल को राजकीय फूल का दर्जा प्रदान किया था.
गौरतलब है कि देश में पाई जाने वाली कुल तितलियों में से 15 फीसदी तितलियां महाराष्ट्र में पाई जाती हैं, राज्य में तितलियों की कुल 225 प्रजातियां पायी जाती हैं जिसमें ब्लू मॉरमॉन को चयनित किया गया.
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