इम्युजिओन ई ओडी-जीटी8 60 एमईआर द्वारा एचआईवी/एड्स संक्रमण की रोकथाम संभव : अध्ययन-(24-JUNE-2015) C.A

| Wednesday, June 24, 2015
वैज्ञानिकों ने विभिन्न परीक्षणों में यह पाया है कि इम्युजिओन (वायरस प्रोटीन) ई ओडी-जीटी8 60 एमईआर चूहों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर एचआईवी/एड्स संक्रमण को ब्लॉक करने में सक्षम है. यह नए परिणाम 18 जून 2015 को सेल एंड साइंस के संस्करण में प्रकाशित हुए.

इस शोध की अगुवाई दि स्क्रिप्स रिसर्च इंस्टिट्यूट (टीएसआरआई), अन्तरराष्ट्रीय एड्स वैक्सीन इनिशिएटिव (आईएवीआई) एवं रॉकफेलर यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने की.

इम्युजिओन ई ओडी-जीटी8 60 एमईआर एक प्रोटीन नैनो पार्टिकल है जिसमें मनुष्यों में एड्स से निपटने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा मिल सकता है.

इस शोध के अनुसार, वैज्ञानिकों ने इम्युजिओन ई ओडी-जीटी8 60 एमईआर को चीफ प्रयोगशाला में तैयार किया गया तथा इसका प्रयोग नेमाज़ी प्रयोगशाला में किया गया. इम्युजिओन को कोशिकाओं में मौजूद एचआईवी के संक्रमण के रूप में डिज़ाइन किया गया तथा इससे निपटने के लिए बी सेल्स को प्रविष्ट कराया गया.

परिणाम में देखा गया कि प्रतिरक्षा करने वाले ई ओडी-जीटी8 60 एमईआर ने सकारात्मक परिणाम दिखाए, जिससे यह सिद्ध हुआ कि एचआईवी/एड्स से निपटने के लिए ई ओडी-जीटी8 60 एमईआर एक कारगर उपाय साबित हो सकता है.

शोधकर्ता अब इस बारे में शोध कर रहे हैं कि ई ओडी-जीटी8 60 एमईआर के साथ किन इम्युजिओन्स को सम्मिलित किया जा सकता है.

इसके अतिरिक्त पत्रिका साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन में एम्स्टर्डम यूनिवर्सिटी, वेइल कोर्नेल मेडिकल कॉलेज, टीएसआरआई एंड आईएवीआई के अनुसार यह मॉडल खरगोश तथा बंदरों पर भी सफल रहा है.


शोधकर्ताओं का उद्देश्य ऐसे एंटीबायोटिक्स बनाना है जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर एड्स की रोकथाम करने में सफल हो.

निष्कर्ष का महत्व

अब तक किये गए प्रयोगों में एचआईवी संक्रमण को अप्रभावी बनाने के कोई कारगर उपाय नहीं मिला था. इसका कारण एचआईवी संक्रमण का नयी कोशिकाओं में प्रवेश करना है जिससे उन पर काबू करना मुश्किल होता है.

शोधकर्ताओं के अनुसार, एड्स की वैक्सीन तभी सफल हो सकती है जब यह शरीर में मौजूद इम्युजिओन्स को एचआईवी संक्रमण को अधिक बढ़ने से रोके. यह एचआईवी की पारंपरिक वैक्सीन से भिन्न है जिसमें एक ही व्यक्ति विभिन्न इम्युजिओन्स को प्रदर्शित कर सकता है.

0 comments:

Post a Comment