गोवा में संपन्न भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आइएफएफआइ) में 30 नवंबर 2015 को कोलंबियन फ़ीचर फिल्म ‘एंब्रेस ऑफ द सर्पेट’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार दिया गया. उत्कृष्ट मौलिकता और शानदार कथानक के लिए ‘एंब्रेस ऑफ द सर्पेट’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार दिया गया. निर्माता निर्देशक शेखर कपूर की अध्यक्षता में चयन समिति ने इसे स्वर्ण मयूर पुरस्कार दिया.
‘एंब्रेस ऑफ द सर्पेट’ फिल्म का निर्देशन सायरो गुएरा ने किया है. उनकी अनुपस्थिति में इसके कला निर्देशक रामसेस बेंजुमिया ने पुरस्कार ग्रहण किया. पुरस्कृत फिल्मों की सूची में एकमात्र भारतीय फिल्म ‘सिनेमावाला’ (कौशिक गांगुली) का रहा. इस फिल्म को इसी वर्ष शुरू आइसीएफटी-यूनेस्को फेलिनी मेडल से नवाजा गया था. यह फिल्म पश्चिम बंगाल में सिंगल स्क्रीन वाले सिनेमा हॉल की दुर्दशा पर बनाई गई है.
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