फीफा ने अध्यक्ष सेप ब्लैटर, वीपी माइकल प्लाटिनी और महासचिव जेरोम वाल्के को निलंबित किया-(12-OCT-2015) C.A

| Monday, October 12, 2015
फुटबॉल, फुटसल औऱ बीच फुटबॉल की शासी निकाय अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल एसोसिएशन संघ (फीफा) ने 8 अक्टूबर 2015 कोअपने अध्यक्ष सेप ब्लैटर, वीपी माइकल प्लाटिनी और महासचिव जेरोम वाल्के को 90 दिनों के लिए निलंबित कर दिया.
ब्लैटर, वालके और प्लाटिनी पर लगे कथित भ्रष्टाचार के आरोपों पर फीफा की आचार समिति ने यह सजा सुनाई है.
एसोसिएशन ने पूर्व– फीफा उपाध्यक्ष चुंग मोंग– जून पर भी छह वर्षों का प्रतिबंध लगा दिया है.
अफ्रीका के फुटबॉल परिसंध (सीएएफ) प्रमुख, इस्सा हायाटोउ, ब्लैटर के प्रतिबंध अवधि के दौरान अंतरिम फीफा अध्यक्ष के तौर पर कार्य करेंगें.
ब्लैटर, प्लाटिनी, जो यूरोपीय संघ के फुटबॉल एसोसिएशन (यूईएफए) के भी फुटबॉल प्रशासक हैं और वाल्के पर किसी भी फुटबॉल गतिविधि में शामिल होने पर भी अंतरिम प्रतिबंध लगा दिया गया है.
सेप ब्लैटर जून 1998 से फीफा के अध्यक्ष के तौर पर काम कर रहे हैं. वे फीफा के 8 वें अध्यक्ष हैं. हालांकि, प्रतिबंध के बाद उन्हें फुटबॉल के विश्व शासी निकाय में किसी भी पद के साथ प्रतिनिधित्व करने की अनुमति नहीं है.
हालांकि यूईएफए ने माइकल प्लाटिनी को फुटबॉल प्रशासक के पद से हटाने की जरूरत महसूस नहीं हुई.
2015 फीफा भ्रष्टाचार मामला
अमेरिकी संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) और आंतरिक राजस्व सेवा आपराधिक जांच प्रभाग (आईआरएस– सीआई) ने महाद्वीपीय फुटबाल निकायों सीओएनएमईबीओएल (दक्षिण अमेरिका) और सीओएनसीएसीएएफ एवं खेल विपणन अधिकारों की मिलीभगत पर फोकस के साथ जांच शुरु कर दी है.
इस मामले में पहली गिरफ्तारी जुलाई 2013 में हुई थी. गिरफ्तारी उत्तर, मध्य अमेरिकी और कैरेबियाई फुटबॉल संघ (सीओएनसीएसीएफ) के भूतपूर्व अध्यक्ष जैक वारनर के बेटे डाएरेल की हुई थी.  
जांच के बाद, एफबीआई और आईआरएस– सीआई ने मई 2015 में 14 लोगों पर धोधाधड़ी, धमकी और काले धन की मांग का आरोप लगाया था.
27 मई 2015 को फीफा के सात वर्तमान अधिकारियों को ज्यूरिख में होटल बाएर ऑ लैक से गिरफ्तार किया गया था. ये अधिकारी 65 वें फीफा कांग्रेस में शामिल होने की तैयारी कर रहे थे जिसमें फीफा अध्यक्ष का भी चुनाव होना था. कथित तौर पर उन्होंने 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर की रिश्वत ली थी.
भूतपूर्व सीओएनसीएसीएएफ अध्यक्ष जैक वारनर और विपणन अधिकारी एलेजैंद्रो बुरजाको ने मियामी में सीओएनसीएसीएएफ मुख्यालय पर पुलिस के छापे के बाद आत्मसमर्पण कर दिया था.
इस मामले के सामने आने पर ऑस्ट्रेलिया, कोलंबिया, कोस्टा रिका और स्विट्जरलैंड ने फीफा के आला अधिकारियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की अलग से आपराधिक जांच कराने के आदेश दिए हैं.

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