मर्सिडीज ड्राइवर लुईस हैमिल्टन 11 अक्टूबर 2015 को रूसी ग्रां प्रि फॉर्मूला वन रेस जीता. पूर्व विश्व चैंपियन हैमिल्टन ने सेकेंड के समय के साथ रेस जीतकर करियर का 42वां खिताब जीता. इसके साथ ही उन्होंने आयर्टन सेना के रिकॉर्ड को तोड़ दिया. फेरारी के सेबेस्टियन वीटल दूसरे स्थान पर रहे. इसके पोल पोजीशन से रेस शुरू करने वाले मर्सिडीज के उनके साथी निको रोसबर्ग गाड़ी में तकनीकी गड़बड़ी के कारण शुरू में ही बाहर हो गए.
उपरोक्त जीत के साथ ही हैमिल्टन ने विश्व ड्राइवर चैंपियनशिप में 302 अंकों के साथ अपनी बढ़त मजबूत कर ली. वीटल 236 अंकों के साथ दूसरे और रोसबर्ग 229 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रहे.
विदित हो कि सहारा फोर्स इंडिया के ड्राइवर सर्जियो पेरेज ने रूसी ग्रां प्रि फॉर्मूला वन रेस में तीसरा स्थान हासिल किया, लेकिन उनके साथी निको हल्केनबर्ग को शुरू में ही बाहर होना पड़ा. यह तीसरा अवसर है जबकि फोर्स इंडिया का कोई ड्राइवर पोडियम पर पहुंचा. इससे पहले वर्ष 2014 में पेरेज ही बहरीन ग्रां प्रि में पोडियम तक पहुंचे थे. सबसे पहले वर्ष 2009 में जियानकालरे फिशिचेला ने बेल्जियम ग्रां प्रि में दूसरा स्थान हासिल करके फोर्स इंडिया को पोडियम तक पहुंचाया था.
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