गीता की समकालीन प्रासंगिकता पर यूनाइटेड किंगडम में सम्मेलन आयोजित किया-(30-SEP-2015) C.A

| Wednesday, September 30, 2015
लन्दन यूनाइटेड किंगडम में गीता की समकालीन प्रासंगिकता पर पहला सम्मेलन 25 सितंबर 2015 को  आयोजित किया गया. सम्मेलन भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) और भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित किया गया. 
यह ओरिएंटल स्कूल ऑफ़ धर्म अध्ययन विभाग और लंदन विश्वविद्यालय, अफ्रीकन स्टडीज (एसओएएस) के सहयोग से आयोजित किया गया. 

सम्मेलन का उद्देश्य गीता के माध्यम से अनगिनत अनुउत्तरित प्रश्नों का समाधान तलाशना और अद्वितीय सकारात्मक ऊर्जा का प्रयोग कर मानव जीवन शैली को सरल बनाना था.
इस दो दिवसीय सम्मलेन सत्र में भारत और ब्रिटेन के विशेषज्ञ और इतिहासकारों ने भगवद गीता और योग पर चर्चा करते हुए आधुनिक संस्कृत लेखन और आधुनिक परिद्रश्य में भगवत गीता के  अमूल्य  प्रभाव पर प्रकाश डाला.  
इस सम्मेलन में प्रतिनिधि मंडल को एक साथ लाने का नेतृत्व स्पेन में भारत के पूर्व भारतीय राजदूत सूर्यकान्त त्रिपाठी ने किया. 

गीता के बारे में
• गीता हिन्दुओं का पवित्र धार्मिक ग्रंथ है. इस ग्रंथ में पांडव राजकुमार अर्जुन और उनके सारथी भगवन श्री कृष्ण के बीच एक संवाद का वर्णन है.
• इस ग्रन्थ में 700 श्लोक हैं. यह धर्म, भक्ति, मोक्ष और राजयोग का एक संश्लेषण प्रस्तुत किया गया है.

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