सहस्राब्दि विकास लक्ष्यः दिल्ली राज्य ने रिपोर्ट 2014 जारी की-(26-SEP-2015) C.A

| Saturday, September 26, 2015
मानव विकास संस्थान (आईएचडी) ने 22 सितंबर 2015 को सहस्राब्दि विकास लक्ष्यः ‘दिल्ली राज्य रिपोर्ट 2014’ नाम से रिपोर्ट जारी की. 
इसे आईएचडी ने दिल्ली योजना बोर्ड (डीपीबी) के साथ मिलकर तैयार किया है.
रिपोर्ट की विशेषताएं
एमडीजी के लिए आधार वर्ष 1993–94 के 15.7 फीसदी की तुलना में 2011–12 तक दिल्ली के निवासियों में गरीबी रेखा के नीचे बसर कर रहे लोगों का अनुमानित अनुपात 9.9 फीसदी है.
साल 1992 में जहां 5– वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर के आंकड़े 83.1 थे, जो 2012 में गिर कर 28 रह गए.
शिशु मृत्यु दर जो 1998 में 36 दर्ज की गयी थी, वह 2012 में 25 के आंकड़े तक कम हुई.
में कम वजन वाले बच्चों (3 वर्ष से कम वाले) का प्रतिशत 36.2 था जो 2005–06 में कम होकर 24.9 प्रतिशत पर आ गया.

साल 2004 में क्षय रोग प्रसार दर प्रति एक लाख आबादी पर 284.5 दर्ज की गई थी जो 2010 में कम होकर 67.7 रह गई.
साल 2001 में झुग्गियों में रहने वाले परिवारों का प्रतिशत 16.3 था, 2011 में यह 11.3 प्रतिशत रह गया.
साल 2004 में 41.8 वाला दूरसंचार घनत्व (प्रति 100 व्यक्ति कनेक्शन की संख्या) 2011 में बढ़कर 218.9 हो गया.
करीब 29.1 प्रतिशत परिवारों के पास पर्सनल कंप्यूटर है सिर्फ 17.6 प्रतिशत परिवारों के पास इंटरनेट की कनेक्टिविटी पाई गई.
प्राथमिक शिक्षा में शुद्ध नामांकन अनुपात 2012–13 के दौरान में 97.6 प्रतिशत था और 2011 में इसे पूरा करने वाले विद्यार्थियों का अनुपात 99.7 प्रतिशत रहा, जबकि एमडीजी ने शत प्रतिशत लक्ष्य की कल्पना की थी.
साल 2011–12 के दौरान 15 और 24 वर्ष वाले युवाओं के बीच युवा साक्षरता दर 96.46 प्रतिशत था.
गैर– कृषि क्षेत्र वाले रोजगार में महिलाओं का हिस्सा साल 2011–12 के दौरान 17.1 प्रतिशत था.
राज्य विधानसभा में महिलाओं के सीटों का अनुपात 2013 में 4.3 प्रतिशत था जो 2015 में बढ़कर 8.6 प्रतिशत हो गया.

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