अफगान शरणार्थी शिक्षक अकीला असिफी को यूएनएचसीआर का नानसेन रिफ्यूजी अवॉर्ड 2015-(20-SEP-2015) C.A

| Sunday, September 20, 2015
15 सितंबर 2016 को अफगान शरणार्थी शिक्षक अकीला असिफी को शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) ने नानसेन रिफ्यूजी अवॉर्ड 2015 से सम्मानित किया. असिफी ने पाकिस्तान में शरणार्थी लड़कियों की शिक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया है. 
अकीला असिफी को मियांवाली, पाकिस्तान में शरणार्थी गांव कोट चंदना में अफगान शरणार्थी लड़कियों की शिक्षा के लिए उनके बहादुर और अथक समर्पण हेतु सम्मानित किया गया है. न्यूनतम संसाधनों और महत्वपूर्ण सांस्कृतिक चुनौतियों के बावजूद असिफी ने प्राथमिक शिक्षा के माध्यम से एक हजार शरणार्थी लड़कियों का मार्गदर्शन किया.
असिफी एक पूर्व शिक्षक हैं, जो 1992 में अपने परिवार के साथ काबूल से भाग गई  थी और कोट चंदना के सूदूर शरणार्थी गांव में उनके परिवार को सुरक्षित स्थान मिला था. गांव में लड़कियों के लिए पढ़ाई की व्यवस्था का न होना, ने उन्हें बहुत निराश किया था. लेकिन वे इन लड़कियों को पढ़ने का एक अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध थीं और समय के साथ वे समुदाय को इस बात के लिए राजी करने में सफल रहीं और चंद लोगों के साथ टेंट में उन्होंने स्कूल की शुरुआत की.

यूएनएचसीआर के नानसेन रिफ्यूजी अवॉर्ड के बारे में  
•  यूएनएचसीआर का नानसेन रिफ्यूजी अवॉर्ड शरणार्थियों, आंतरिक स्तर पर विस्थापितों या राज्यविहीन लोगों के लिए असाधारण मानवीय कार्य करने वालों को दिया जाता है. 
•  पुरस्कार के तहत एक स्मारक मेडल और 1 लाख अमेरिकी डॉलर का इनाम दिया जाता है. पुरस्कार की राशि का इस्तेमाल यूएनएचसीआर से परामर्थ कर पुरस्कार विजेता अपने मौजूदा काम जैसे एक अन्य परियोजना की फंडिंग के लिए करते हैं. 
शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) के बारे में 
• संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 14 दिसंबर 1950 को यूएनएचसीआर का गठन किया था. 
• यह शरणार्थियों और राज्यविहीन लोगों के अधिकारों और भलाई की निगरानी करता है. छह दशको से भी अधिक समय से, यह एजेंसी करोड़ों लोगों को उनके जीवन को फिर से शुरु करने में मदद की है. 
• सीरिया, इराक, मध्य अफ्रिकी गणराज्य, अफगानिस्तान, दक्षिण सूडान, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, और असंख्य अन्य आपात स्थितियों का सामना करने वाले देशों में यूएनएचसीआर प्रमुख मानवीय कार्य करने वाला विश्व का प्रमुख संगठन है.

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