केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने 21 सितम्बर 2015 को भारतीय टेक्नोलॉजी उद्योग द्वारा यूएसए इकोनॉमी में दिए गए योगदान पर नैसकॉम पर रिपोर्ट यूएसए वाशिंगटन में जारी किया. भारत और यूएस के बीच सामरिक और वाणिज्यिक हितों के वार्ता से अलग यह रिपोर्ट जारी किया गया.
यह यूएस– भारत की रणनीतिक और वाणिज्यिक साझा वार्ता से अलग जारी की गयी.
उक्त रिपोर्ट, इन तथ्यों के सकारात्मक प्रभाव को मापने का कार्य करती है कि भारतीय आईटी बीपीएम कंपनियों द्वारा यूएस में निवेश को आखिर किस प्रकार से प्रभावित किया है. रिपोर्ट खास तौर पर यूएसए के इकॉनमी में रोजगार सृजन, करों के योगदानों और सबसे ज्यादा वाणिज्यिक घरानो के सामाजिक उत्तरदायित्व पर पड़ने वाले प्रभाव पर प्रकाश डालती है.
रिपोर्ट के खास तथ्य
भारतीय आईटी-बीपीएम ( इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी-बिज़नेस प्रोसेस मैनेजमेंट ) के निर्यात के लिए लिए यूएसए एक बहुत बड़ा बाजार है.
वर्तमान में, भारतीय आई टी उद्योग यूएसए में करीब 411000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगारों का सृजन करता है.
भारतीय आईटी कंपनियों ने 2011 और 2013 के बीच यूएसए में 2 बिलियन यूएस डॉलर का निवेश किया है.
इसने 2011 और 2015 के बीच यूएसए के संघीय, राज्यों और स्थानीय करों के रूप में करीब 22 .5 मिलियन यू एस डॉलर दिया है.
जबकि 2011 और 2014 के बीच यूएस में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगारों के सृजन के रूप में भारतीय आई टी उद्द्योग के योगदानो से वार्षिक रूप से 10 प्रतिशत वृद्धि दर्ज किया है, इस दौरान औसत रोजगार वृद्धि दर केवल 1.7 प्रतिशत रही थी.
120000 से अधिक अमेरिकन लोगों के जीवन को सीएसआर पहल ने संवारा है.
फार्च्यून के 500 कंपनियों से करीब 90 प्रतिशत से अधिक और करीब हजारों दूसरे अमेरिकन व्ययसाइयों को भारतीय आई टी कम्पनियाँ ऑपरेशनल सपोर्ट प्रदान करती है.
भारतीय आईटी-बीपीएम ( इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी-बिज़नेस प्रोसेस मैनेजमेंट ) के निर्यात के लिए लिए यूएसए एक बहुत बड़ा बाजार है.
वर्तमान में, भारतीय आई टी उद्योग यूएसए में करीब 411000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगारों का सृजन करता है.
भारतीय आईटी कंपनियों ने 2011 और 2013 के बीच यूएसए में 2 बिलियन यूएस डॉलर का निवेश किया है.
इसने 2011 और 2015 के बीच यूएसए के संघीय, राज्यों और स्थानीय करों के रूप में करीब 22 .5 मिलियन यू एस डॉलर दिया है.
जबकि 2011 और 2014 के बीच यूएस में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगारों के सृजन के रूप में भारतीय आई टी उद्द्योग के योगदानो से वार्षिक रूप से 10 प्रतिशत वृद्धि दर्ज किया है, इस दौरान औसत रोजगार वृद्धि दर केवल 1.7 प्रतिशत रही थी.
120000 से अधिक अमेरिकन लोगों के जीवन को सीएसआर पहल ने संवारा है.
फार्च्यून के 500 कंपनियों से करीब 90 प्रतिशत से अधिक और करीब हजारों दूसरे अमेरिकन व्ययसाइयों को भारतीय आई टी कम्पनियाँ ऑपरेशनल सपोर्ट प्रदान करती है.
भारतीय आई टी कम्पनियाँ यूएस नेशनल और विदेशी कामगारों को समान मजदूरी प्रदान करती है.
यूएसए में कुशल प्रतिभाओं की कमी लगातार जारी है और आशंका है कि यह बढ़कर 2022 तक करीब 445000 कम्प्यूटर प्रोफेशनल की कमी के रूप में सामने आ सकता है.
यूएसए में कुशल प्रतिभाओं की कमी लगातार जारी है और आशंका है कि यह बढ़कर 2022 तक करीब 445000 कम्प्यूटर प्रोफेशनल की कमी के रूप में सामने आ सकता है.
नैसकॉम के बारे में
इन एएसएससीओ एम का मतलब नेशनल एसोसिएशन ऑफ़ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनी होता है. वास्तव में यह भारतीय इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी और बिज़नेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग उद्योग के एसोसिएशन को प्रदर्शित करता है.
यह सॉफ्टवेयर और सर्विसेज के व्यापार को बढ़ने का काम करती है साथ ही यह सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी में प्रगति और अनुसन्धान को बढ़ावा देने का कार्य करती है.
वर्तमान में बी वी आर मोहन रेड्डी इसके अध्यक्ष है.
यह सॉफ्टवेयर और सर्विसेज के व्यापार को बढ़ने का काम करती है साथ ही यह सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी में प्रगति और अनुसन्धान को बढ़ावा देने का कार्य करती है.
वर्तमान में बी वी आर मोहन रेड्डी इसके अध्यक्ष है.
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