भारत ने प्रथम मंगल मिशन पीएसएलवी सी25 को श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया-(06-NOV-2013) C.A

| Wednesday, November 6, 2013
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने मार्स ऑर्बिटर उपग्रह को अंतरिक्ष में ले जाने वाले पीएसएलवी सी25 अंतरिक्ष यान को 5 नवम्बर 2013 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया.
यह भारत का पहला मंगल मिशन है. भारत ऐसा करने वाला विश्व का तीसरा देश है. भारत से पहले अमेरिका और रूस भी मंगल के लिए यान भेज चुके हैं. वर्ष 1960 में रूस ने पहली बार इसके लिए कोशिश की थी.
मार्स ऑर्बिटर उपग्रह का उद्देश्य
मार्स ऑर्बिटर उपग्रह द्वारा जीवन का संकेत देने वाली मिथेन गैस की उपस्थिति की संभावनाएं तलाशी जानी है. मार्स ऑर्बिटर उपग्रह को सितबंर 2014 को मंगल की कक्षा में स्थापित किया जाना है. इसका एक मुख्य उद्देश्य अंतरग्रहीय मिशन के लिए डिजाइन, योजना, प्रबंधन और संचालन हेतु आवश्यक प्रौद्योगिकी का विकास करना है.
मार्स ऑर्बिटर उपग्रह से संबंधित मुख्य तथ्य
मार्स ऑर्बिटर उपग्रह पर मंगल ग्रह का अध्ययन करने के लिए पांच वैज्ञानिक उपकरण लगे हैं. 
इनमें लायमन एल्फा फोटोमीटर, मिथेन सेंसर फॉर मार्स, मार्स एग्जोफेरिक न्यूट्रल कम्पोजिशन एनालाइजर (एमईएनसीए), मार्स कलर कैमरा और थर्मल इन्फ्रारेड इमेजिंग स्पेक्ट्रोमीटर शामिल हैं. एल्फा फोटोमीटर और मिथेन सेंसर वायुमंडलीय अध्ययन में सहायक होते हैं. 
कैमरा और स्पेटक्ट्रोमीटर मंगल की सतह की तस्वीरों का अध्ययन करने में सहायक हैं.
• 852 किलो ईंधन और 15 किलो के वैज्ञानिक यंत्रों वाले 1337 किलो के मार्स ऑर्बिटर के सितंबर 2014 तक मंगल की कक्षा में पहुंचने की संभावना है. 
इस अभियान की लागत 450 करोड़ है. इसी के साथ मंगल पर अभियान भेजने वाली इसरो विश्व की चौथी अंतरिक्ष स्पेस एजेंसी बन गई.


Who: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन
Where: श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश
What: पीएसएलवी सी25 अंतरिक्ष यान को प्रक्षेपित किया
When: 5 नवम्बर 2013


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