संयुक्त राज्य अमेरिका ने 30 मई 2017 को पहली बार इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल प्रतिरोधक प्रणाली (आईसीबीएम) का सफल परीक्षण किया. अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन द्वारा इसे सफल परीक्षण बताया गया.
सेना द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि कैलिफोर्निया में वेन्देंबर्ग वायुसेना हवाई अड्डे से जमीन आधारित इंटरसेप्टर लॉन्च किया गया जिसने मार्शल द्वीपों में रीगल परीक्षण स्थल से छोड़ी गयी इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल को ध्वस्त कर दिया.
सेना द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि कैलिफोर्निया में वेन्देंबर्ग वायुसेना हवाई अड्डे से जमीन आधारित इंटरसेप्टर लॉन्च किया गया जिसने मार्शल द्वीपों में रीगल परीक्षण स्थल से छोड़ी गयी इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल को ध्वस्त कर दिया.
मुख्य बिंदु
• अमेरिकी सेना ने आईसीबीएम किस्म की मिसाइल को प्रशांत महासागर के ऊपर छोड़ा.
• इसके बाद कैलिफ़ोर्निया एयर फ़ोर्स बेस से मिसेल को नष्ट करने के लिए इंटरसेप्टर को छोड़ा गया.
• विशेषज्ञों का मानना है कि यह परीक्षण एक गोली का दूसरी गोली से टकराने के समान था. परीक्षण को और कठिन बनाने के लिए दोनों स्थानों की दूरी को बढ़ा दिया गया था.
• जमीन से हवा में किया गया यह अमेरिका का पहला आईसीबीएम रक्षा प्रणाली परीक्षण था. इसे बोइंग कंपनी द्वारा संचालित किया गया.
अमेरिकी मिसाइल रक्षा एजेंसी के निदेशक वाइस एडमिरल जिम सीरिंग ने कहा कि यह प्रणाली हमारे देश की रक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण है और यह परीक्षण दिखाता है कि हम एक वास्तविक खतरे से निपटने में सक्षम हैं.
टिप्पणी
यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब अमेरिका और उत्तर कोरिया के मध्य तनाव काफी बढ़ गया है. उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गये प्रतिबंधों को भी मानने से इंकार कर दिया है. उत्तर कोरिया ने प्रतिबन्ध के बाद हाल ही में नौंवा मिसाइल टेस्ट किया है.
जनवरी 2017 में पेंटागन के वेपन टेस्टिंग ऑफिस द्वारा यह जानकारी प्रकाशित की गयी कि अमेरिका के जमीन आधारित इंटरसेप्टर आईसीबीएम को भेदने में कम सक्षम हैं.
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