चर्चित तांत्रिक आध्यात्मिक नेता चंद्रास्वामी का निधन-(24-MAY-2017) C.A

| Wednesday, May 24, 2017
पूर्व प्रधानमंत्री के करीबी दोस्त चर्चित तांत्रिक चंद्रास्वामी की 23 मई 2017 को उपचार के दौरान अपोलो अस्पताल में मृत्यु हो गयी. 66 वर्षीय चंद्रास्वामी की मृत्यु मस्तिष्काघात के कारण हुई. 

अपोलो अस्पताल के अनुसार 66 वर्षीय आध्यात्मिक नेता जगदाचार्य चंद्रास्वामी कुछ समय से बीमार थे. उन्हें हाल में मस्तिष्काघात पहुंचा और बाद में उनके विभिन्न अंगों ने काम करना बंद कर दिया. 

चंद्रास्वामी के बारे में-
  • राजस्थान के अलवर जिले के बहरोड़ में 1948 में जन्‍मे चंद्रास्वामी का असली नाम नेमीचंद था. उनके पिता राजस्थान के रहने वाले थे.
  • जैन समुदाय से ताल्‍लुक रखने वाले नेमिचंद बचपन में ही पिता के साथ हैदराबाद चले गए.
  • वह ज्योतिषी के तौर पर चर्चा में आए. अमर मुनि नामक एक साधु के शिष्य बन कर उन्‍होंने बिहार-नेपाल सीमा पर तांत्रिक साधना की.
  • अक्सर विवादों में रहे चंद्रास्वामी का नाम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड की जांच में सामने आया.
  • राजीव गांधी हत्याकांड पर अपनी रिपोर्ट में जैन आयोग ने मामले में उनकी संलिप्तता पर एक खंड दिया.
  • तांत्रिक पर वित्तीय अनियमितता के भी आरोप लगे.
  • वर्ष 1996 में उन्हें लंदन स्थित एक कारोबारी से जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार किया गया. उनको विदेशी मुद्रा विनियमन कानून का उल्लंघन (फेमा) के भी कई मामलों में न्यायलय का सामना करना पड़ा.
राजनीति कैरियर-
  • तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के शासन के दौरान उनके पास बेशुमार शक्तियां थीं.
  • पूर्व प्रधान मंत्री नरसिंहा राव ने उन्हें हैदराबाद युवा कांग्रेस का महासचिव नियुक्त किया था.
  • उन्हें राव का भरोसेमंद सहयोगी और सलाहकार माना जाता था.
चंद्रास्वामी के भक्‍तों की लंबी फेहरिस्‍त में ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर का भी नाम था. इस संबंध में पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह ने अपनी किताब 'वॉकिंग विद लायन्‍स-टेल्‍स फ्रॉम अ डिप्‍लोमेटिक पास्‍ट' में लिखा है कि उनके माध्‍यम से 1975 में वह ब्रिटेन में मार्गरेट थैचर से मिले. उस मुलाकात में ही यह घोषणा की गयी कि वह अगले तीन-चार साल में प्रधानमंत्री बनेंगी और यह बात सही साबित हुई.