उत्तराखंड की बेटी रेनू बनीं पेटीएम पेमेंट बैंक की पहली सीईओ-(20-MAY-2017) C.A

| Saturday, May 20, 2017
भारतीय रिजर्व बैंक ने ऑनलाइन वॉलेट कंपनी पेटीएम पेमेंट बैंक के पहले सीईओ के रूप में 41 वर्षीय रेनू सती को नियुक्त किया है. रेनू सती मूल रूप से चमोली जिले में गौचर के पास झालीमठ की निवासी हैं. 

रेनू सती के बारे में-
  • वर्तमान में रेनू सती अपनी मां के साथ दिल्ली में रहती हैं. नोटबंदी के बाद ऑनलाइन पेमेंट के रूप में बेहतर विकल्प देने वाली कंपनियों में शामिल पेटीएम ब्रांड के साथ पिछले 13 सालों से जुड़ीं रेनू ने अपना प्रोफेशनल कॅरियर में पहला बड़ा मुकाम तब मिला था, जब वह 2003 में मदर डेयरी के साथ बतौर एचआर जुड़ीं.
  • इसके बाद वह मैनपॉवर समूह के एचआर डिपार्टमेंट में असिस्टेंट मैनेजर बनीं.
  • वन-97 कम्यूनिकेशन के साथ उनका नाता सितम्बर 2009 से हुआ.
  • 41 वर्षीय रेनू सती सीढ़ी दर सीढ़ी तरक्की करती हुईं एसोसिएट्स वाइस प्रेसीडेंट-कॉरपोरेट डेवलेपमेंट के जिम्मेदार पद पर पहुंचीं.
  • इसी कंपनी के साथ बतौर वाइस प्रेसीडेंट वह पिछले तीन साल से काम कर रही थीं.
  • पेटीएम का संचालन करने वाली इस कंपनी ने हाल में पेटीएम पेमेंट बैंक के नाम से नया बिजनेस शुरू किया है. जो 23 मई को लांच किया जाएगा. सीईओ के नाम के लिए अन्य दावेदारों के मुकाबले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेनू के वजनदार प्रोफाइल को देखते हुए उनके नाम पर सहमति व्यक्त की.
पेटीएम के अनुसार पेटीएम पेमेंट बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को रिजर्व बैंक से अंतिम लाइसेंस प्राप्त हो गया है और यह 23 मई 2017 से काम करना शुरू कर देगा.
पेटीएम के बारे में-
  • पेटीएम अपना वॉलेट का पूरा कारोबार पीपीबीएल में स्थानांतरित कर देगी.
  • इसमें 21.80 करोड़ मोबाइल बटुआ इस्तेमाल करने वाले लोग जुड़े हैं.
  • भुगतान बैंक का यह लाइसेंस भारतीय निवासी विजय शेखर शर्मा को मिला है.
  • विजय शेखर शर्मा पेटीएम की मालिक कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के संस्थापक हैं.
  • यदि कोई ग्राहक ऐसा नहीं चाहता है तो उन्हें पेटीएम को सूचित करना होगा.
  • सूचना मिलने पर पेटीएम उसके वॉलेट में बची राशि को संबंधित ग्राहक के बैंक खाते में हस्तांतरित कर देगी.
  • पिछले छह माह के दौरान वॉलेट में यदि कोई गतिविधि नहीं हुई, ऐसी स्थिति में पीपीबल में हस्तांतरण केवल उपभोक्ता की विशेष अनुमति के बाद ही होगा.
  • पेटीएम का भुगतान बैंक व्यक्तियों और छोटे व्यावसायियों से प्रति खाता एक लाख रुपये तक की जमा स्वीकार कर सकता है.

0 comments:

Post a Comment