ईरानी राष्ट्रपति चुनाव 2017:
ईरान के राष्ट्रपति चुनाव में कुल 4,12,20,131 वोट पड़े थे, जिनमें रूहानी को दो करोड़ 35 लाख मत मिले, जबकि उनके कट्टरपंथी प्रतिद्वंद्वी इब्राहिम रईसी को एक करोड़ 58 लाख मत मिले. वहीं, अन्य उम्मीदवारों मुस्तफा मीरसलीम को 4,78,215 और मुस्तफा हाशमी को 2,15,450 वोट मिले. इसे ईरान में सुधारवादी ताकतों की जीत के रूप में देखा जा रहा है.
हसन रूहानी ने पश्चिमी देशों के साथ संबंध सामान्य करने पर जोर दिया है. देश में राष्ट्रपति चुनाव के लिए 70 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने मतदान किया. ईरान में राष्ट्रपति चुनाव फ़्रांसीसी चुनावी प्रणाली की तर्ज़ पर होते हैं.
हसन रूहानी के बारे में:
• हसन रूहानी का जन्म 12 नवम्बर 1948 को हुआ था.
• हसन रूहानी के जन्म के समय का नाम हसन फ़ेरिदोन था.
• उनके चार साल के शासनकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि ईरान का पश्चिमी देशों के साथ परमाणु समझौता रहा, जिसके तहत यूरोप और अमरीका समेत संयुक्त राष्ट्र संघ ने ईरान पर लगे प्रतिबंधों को हटा लिया.
• हसन रूहानी वर्ष 2013 में पहली बार ईरान के 11वें राष्ट्रपति बने थे.
• उन्होंने ग्लासगो कैलेडोनियन यूनिवर्सिटी से पीएचडी डिग्री प्राप्त की.
• हसन रूहानी को शब्दशिल्पी भी कहा जाता है.
• वे उदारवादी और कॉमबटेंट क्लेर्जी एसोसिएशन के नेता हैं.
• वे वर्ष 1999 से असेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स के सदस्य रहे.
• हसन रूहानी वर्ष 1991 से एक्सपिडिएन्सी काउंसिल के सदस्य रहे.
• वे वर्ष 1989 से सुप्रीम नेशनल सिक्यूरिटी काउंसिल के सदस्य थे.
• वे वर्ष 1992 से सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक रिसर्च के प्रमुख रहे.
• वे वर्ष 1989 से वर्ष 2005 तक हसन रूहानी इस्लामी कंसल्टेटिव असेंबली के उपाध्यक्ष और सुप्रीम नेशनल सिक्यूरिटी काउंसिल के सचिव रहे.
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