ब्रिटेन में भारतीय मिशन और वेदांता ने उजाला योजना अपनायी-(16-MAY-2017) C.A

| Tuesday, May 16, 2017
तीन वर्ष पूर्व केंद्र सरकार द्वारा आरम्भ की गयी ‘उजाला’ योजना की अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनने लगी है. इस योजना का सात समंदर पार ग्रेट ब्रिटेन में शुभारम्भ किया गया है. जल्द ही इसके पूरे यूरोप के अन्य देशों में भी विस्तार होने की संभावना है.

लंदन में भारतीय उच्चायोग और धातु कारोबारी अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाले वेदांता ग्रुप ब्रिटेन में पुराने बल्बों के स्थान पर कम उर्जा खपत करने वाले एलईडी बल्ब लगाने की भारत की उजाला योजना अपनाने वाले पहले प्रतिष्ठान होंगे.

एनर्जी एफिसिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) ने उजाला नाम की स्कीम को लंदन में नए रंग रूप में प्रस्तुत किया है. उद्योग चैंबर फिक्की और ईईएसएल की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में भारत के केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने इस योजना का शुभारम्भ किया. ईईएसएल के लिए मार्च, 2019 तक ब्रिटेन में 10 करोड़ बल्बों के स्थान पर एलईडी लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया.

योजना के बारे में-
  • ऊर्जा से सम्बंधित किसी भारतीय कंपनी की विदेश में बड़े पैमाने पर विस्तार की यह पहली योजना है.
  • केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने ईईएसएल के सामने अगले दो वर्षों की अवधि में ग्रेट ब्रिटेन में दस करोड़ बिजली बल्बों को एलईडी में बदलने का लक्ष्य रखा.
  • भारत सरकार की उजाला योजना के तहत पिछले दो वर्षों में देश में एलईडी बल्ब की कीमतें 85 फीसद तक घट गई.
  • उजाला योजना से आम भारतीय परिवार के बिजली बिलों में भी कमी आई है.
  • केंद्र सरकार के अनुसार बिजली बिलों में पिछले दो वर्षों में 15 फीसद की कमी हुई है.
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा एलईडी बाजार-
  • भारत अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा एलईडी बाजार बन गया है.
  • भारत के अनुभव के आधार पर ईईएसएल आज की तारीख में ऊर्जा संरक्षण में दुनिया की अग्रणी कंपनी बन गई.
  • ईईएसएल लंदन में एक सब्सिडयरी बनाने की योजना पर भी काम कर रही है.
  • कंपनी अकेले ब्रिटेन में 10 करोड़ पौंड का भारी भरकम निवेश करने की सोच रही है.
  • कंपनी की योजना यूरोपीय देशों में आने वाले दिनों में तेजी से पैर पसारने की है.
  • भारत में सामान्य तौर पर घरेलू और औद्योगिक इकाइयों में 77 करोड़ बल्ब थे. पिछले तीन वर्षों में इनमें 56 करोड़ एलईडी बल्बों में बदले जा चुके हैं.
  • इनमें से तकरीबन 23 करोड़ बल्ब अकेले ईईएसएल ने बदले.

0 comments:

Post a Comment