भूमि-से-भूमि पर प्रहार करने वाली क्रूज़ मिसाइल ब्रह्मोस ब्लॉक-3 मिसाइल का 03 मई 2017 को सफल परीक्षण किया गया. यह परीक्षण दक्षिण पश्चिमी कमान ‘सट्राइक वन’ ने किया. इस मिसाइल को भारत के डीआरडीओ और रूस के एनपीओएम द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया.
मिसाइल ब्रह्मोस ब्लॉक-3 के बारे में-
मिसाइल ब्रह्मोस ब्लॉक-3 के बारे में-
- भूमि पर प्रहार करने वाली क्रूज़ मिसाइल ब्रह्मोस ब्लॉक-3 अत्याधुनिक प्रणाली से युक्त है.
- इसका परीक्षण अंडमान निकोबार द्वीप समूह से किया गया.
- इससे एक दिन पूर्व 02 मई 2017 को इसी स्थान से लंबी-दूरी तक मार करने वाले सामरिक हथियारों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था.
- दोनों ही परीक्षणों के दौरान लक्ष्य पर हमले करने के मामले में मिसाइल की सटीकता एक मीटर से भी कम रही.
- ब्रह्मोस ब्लॉक-3 मिसाइल सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल है.
- मिसाइल ब्रह्मोस ब्लॉक-3 बहु भूमिका वाली मिसाइल है.
- ब्रह्मोस ब्लॉक-3 मिसाइल का परीक्षण मोबाइल ऑटोनॉमस लॉन्चर्स से पूर्ण परिचालन अवस्था में पूर्ण क्षमता के साथ किया गया.
- परिक्षण के दौरान उच्च स्तर और जटिल युद्धाभ्यासों को आयोजित करते समय कॉपीबुक तरीके से सभी उड़ान मापदंडों को पूरा किया गया.
- यह लगातार पांचवां मौका है, जब ब्रह्मोस के ब्लॉक-3 संस्करण का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया.
- भूमि-से-भूमि पर प्रहार करने के मामले में इसकी श्रेणी के किसी अन्य हथियार ने अभी तक यह अविश्वसनीय उपलब्धि हासिल नहीं की.
- भारतीय थल सेना ने इस दुर्जेय हथियार की कई अन्य श्रेणियों को भी विकसित किया है.
- भारतीय थल सेना ने वर्ष 2007 में ही ब्रह्मोस को अपनाया, भारतीय थल सेना ऐसा करने वाली दुनिया की पहली सेना थी.
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