रेसुल पूकुट्टी गोल्डन रील अवार्ड जीतने वाले पहले एशियाई बने-(01-MAR-2016) C.A

| Tuesday, March 1, 2016
प्रख्यात साउंड डिजाइनर रेसुल पुकुट्टी को 27 फरवरी 2016 को बेस्ट साउंड की श्रेणी में ‘इंडियाज डॉटर’ डॉक्यूमेंट्री के लिए 63वें मोशन पिक्चर साउंड एडीटर्स के गोल्डन रील अवार्ड से सम्मानित किया गया. पूकुट्टी यह अवार्ड जीतने वाले पहले एशियाई हैं.
‘इंडियाज डॉटर’ राजधानी दिल्ली में 16 दिसंबर, 2012 को चतली बस में 23 वर्षीया प्रशिक्षु फिजियोथेरेपिस्ट के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर आधारित है.
पुकुट्टी को लॉस एंजेलिस में आयोजित मोशन पिक्चर्स एडिटर्स (एमपीएसई) 63वें वार्षिक गोल्डन रील अवार्ड्स कार्यक्रम में यह पुरस्कार प्रदान किया गया.
पुकुट्टी को मोशन पिक्चर्स एडिटर्स 63वें वार्षिक गोल्डन रील अवार्ड्स में दो श्रेणियों में नामांकन मिला था.  
रेसुल पुकुट्टी
  • 20 मई 1971 को जन्में रेसुल ने भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) पुणे से साउंड डिजाइन की पढ़ाई की है.
  • पद्म श्री से सम्मानित रेसुल सांवरिया, गांधी माई फादर, रावण और आंखों देखी जैसी हिंदी फिल्मों में साउंड डिजाइनिंग कर चुके है.
  • वर्ष 2009 में उन्होंने रिचर्ड और इयान टैप के साथ सर्वश्रेष्ठ ध्वनि मिश्रण श्रेणी में स्लमडॉग मिलियनेयर के लिए अकादमी पुरस्कार जीता था.

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