भारत-बांग्लादेश बिजली संयंत्र के खिलाफ सुंदरबन के पास लम्बी रैली आयोजित-(12-MAR-2016) C.A

| Saturday, March 12, 2016
भारत-बांग्लादेश द्वारा बनाये जा रहे रामपाल उर्जा संयंत्र के विरोध में 10 मार्च 2016 को सुंदरबन के पास 250 किलोमीटर लम्बी रैली निकाली गयी. 

यह रैली इस उर्जा संयत्र को बंद करने के लिए निकाली गयी क्योंकि प्रदर्शनकारियों का मानना है कि इससे विश्व का सबसे बड़ा मेंग्रोव वन प्रभावित होगा.

पर्यावरणविदों, सांस्कृतिक और राजनीतिक कार्यकर्ताओं, और प्रख्यात व्यक्तियों ने चार दिन लम्बी इस रैली की शुरुआत ढाका स्थित जातिया प्रेस क्लब से की. जिस स्थान पर उर्जा संयंत्र बनाया जा रहा है वहां किसान धान एवं अन्य अनाजों की खेती करते हैं.

रामपाल उर्जा संयत्र
•    प्रस्तावित रामपाल पावर स्टेशन 1320 मेगावाट कोयला आधारित बिजली स्टेशन है जो खुल्ना जिले के रामपाल उपजिला में स्थित है.
•    यह नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन एवं बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड का संयुक्त उद्यम है.
•    संयुक्त कंपनी को बांग्लादेश इंडिया फ्रेंडशिप पावर कंपनी के नाम से जाना जाता है.
•    यह प्रस्तावित परियोजना 1834 एकड़ क्षेत्र में, सुंदरबन से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
•    निर्माण पूरा होने पर यह बांग्लादेश का सबसे बड़ा उर्जा संयंत्र होगा.

सुंदरबन

•    सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के दक्षिणी भाग में गंगा नदी के सुंदरवन डेल्टा क्षेत्र में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान, बाघ संरक्षित क्षेत्र एवं बायोस्फ़ीयर रिज़र्व क्षेत्र है. 
•    यह क्षेत्र मैन्ग्रोव के घने जंगलों से घिरा हुआ है और रॉयल बंगाल टाइगर का सबसे बड़ा संरक्षित क्षेत्र है.
•    यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल है.

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