प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 30 दिसम्बर 2015 को म्यांमार में बन रहे तमू-कियोगोन-कलेवा (टीकेके) नामक त्रिपक्षीय राजमार्ग पर 69 पुलों के निर्माण को मंजूरी प्रदान की.
इनकी लागत 371.58 करोड़ रुपये होगी.
इनकी लागत 371.58 करोड़ रुपये होगी.
मुख्य विशेषताएं
• यह पुल सभी प्रकार के मौसम में बेहतर परिवहन व्यवस्था प्रदान करेंगे. यह मार्ग इम्फाल-मंडला बस रूट के लिए प्रायोजित मार्ग है.
• इससे भारत और म्यांमार में बेहतर संबंध स्थापित हो सकेंगे.
• यह परियोजना इंजीनियरिंग खरीद और निर्माण (ईपीसी) के तहत परियोजना प्रबंधन सलाहकार (पीएमसी) प्रक्रिया द्वारा पूर्ण की जाएगी.
• इसे यंगून में मौजूद भारतीय दूतावास, पीएमसी एवं विदेश मंत्रालय द्वारा मॉनिटर किया जायेगा.
• इस परियोजना के वर्ष 2019 मध्य तक पूरा हो जाने का अनुमान है.
पृष्ठभूमि
• मई 2012 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की म्यांमार यात्रा के दौरान इसी त्रिपक्षीय राजमार्ग पर 71 पुल बनाने के लिए सहमति व्यक्त की गयी थी.
• म्यांमार सरकार इनमें से दो पुलों का स्वयं निर्माण कर रही है क्योंकि इस क्षेत्र में इन पुलों की अत्यधिक आवश्यकता है.
• परिणामस्वरूप, शेष 69 पुलों को भारत सरकार की देख-रेख में बनाया जायेगा.
• यह पुल सभी प्रकार के मौसम में बेहतर परिवहन व्यवस्था प्रदान करेंगे. यह मार्ग इम्फाल-मंडला बस रूट के लिए प्रायोजित मार्ग है.
• इससे भारत और म्यांमार में बेहतर संबंध स्थापित हो सकेंगे.
• यह परियोजना इंजीनियरिंग खरीद और निर्माण (ईपीसी) के तहत परियोजना प्रबंधन सलाहकार (पीएमसी) प्रक्रिया द्वारा पूर्ण की जाएगी.
• इसे यंगून में मौजूद भारतीय दूतावास, पीएमसी एवं विदेश मंत्रालय द्वारा मॉनिटर किया जायेगा.
• इस परियोजना के वर्ष 2019 मध्य तक पूरा हो जाने का अनुमान है.
पृष्ठभूमि
• मई 2012 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की म्यांमार यात्रा के दौरान इसी त्रिपक्षीय राजमार्ग पर 71 पुल बनाने के लिए सहमति व्यक्त की गयी थी.
• म्यांमार सरकार इनमें से दो पुलों का स्वयं निर्माण कर रही है क्योंकि इस क्षेत्र में इन पुलों की अत्यधिक आवश्यकता है.
• परिणामस्वरूप, शेष 69 पुलों को भारत सरकार की देख-रेख में बनाया जायेगा.
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