नासा द्वारा 16 जनवरी 2016 को जारी सूचना के अनुसार वैज्ञानिकों ने अंतरर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में एक फूल उगाने में सफलता प्राप्त की. यह अमेरिका में पाया जाने वाला जिन्निया नामक फूल है.
यह पहली बार हुआ है जब वैज्ञानिकों ने पृथ्वी से बाहर कोई फूल खिलाया है. शून्य गुरुत्वाकर्षण के बावजूद इसकी पैदावार की गयी.
इसकी बनावट काफी हद तक सूरजमुखी के फूल जैसी है जिसे खाने लायक भी बताया गया है.
यह पहली बार हुआ है जब वैज्ञानिकों ने पृथ्वी से बाहर कोई फूल खिलाया है. शून्य गुरुत्वाकर्षण के बावजूद इसकी पैदावार की गयी.
इसकी बनावट काफी हद तक सूरजमुखी के फूल जैसी है जिसे खाने लायक भी बताया गया है.
नासा के वैज्ञानिक स्कॉट केली ने ट्वीट के जरिए जानकारी दी कि जिन्निया फूल अमेरिका में उगाया जाता है तथा इसे सलाद के रूप में भी खाया जा सकता है. अंतरिक्ष वैज्ञानिक इस सफल प्रयोग को अंतरिक्ष विज्ञान जगत में एक बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं.
यह पौधा स्पेस सेंटर में मौजूद वेजी सिस्टम के माध्यम से उगाया गया, जिसमें लाल, नीले और हरे रंग की एलईडी लाइट का प्रयोग किया जाता है.
इसके साथ ही अब अंतरिक्ष में पौधों और कुछ और जरूरी बातों पर भी गहन अध्यययन किया जा सकेगा. इससे पहले मई 2014 में अंतरर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में मौजूद नासा की लैब में एक सब्जीस को सफलतापूर्वक उगाया गया था.
यह पौधा स्पेस सेंटर में मौजूद वेजी सिस्टम के माध्यम से उगाया गया, जिसमें लाल, नीले और हरे रंग की एलईडी लाइट का प्रयोग किया जाता है.
इसके साथ ही अब अंतरिक्ष में पौधों और कुछ और जरूरी बातों पर भी गहन अध्यययन किया जा सकेगा. इससे पहले मई 2014 में अंतरर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में मौजूद नासा की लैब में एक सब्जीस को सफलतापूर्वक उगाया गया था.
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