UNESCAP ने वर्ल्ड इकोनॉमिक सिचुएशन एंड प्रोस्पेक्ट्स 2016 रिपोर्ट जारी की-(27-JAN-2016) C.A

| Wednesday, January 27, 2016
19 जनवरी 2016 को द यूनाइटेड नेशंस इकोनॉमिक एंड सोशल कमिशन फॉर एशिया एंड द पेसेफिक (UNESCAP) ने वर्ल्ड इकोनॉमिक सिचुएशन एंड प्रोस्पेक्ट्स (WESP) 2016 रिपोर्ट जारी की. रिपोर्ट में 2015 में  दुनिया की अर्थव्यवस्था के लड़खड़ाने और 2016/17के लिए इसमें सिर्फ मामूली सुधार के अनुमान पर प्रकाश डाला गया है.
रिपोर्ट की मुख्य विशेषताएं
• साल 2015 में वैश्विक विकास के मामूली 2.4 फीसदी का अनुमान किया गया है. यह 2015 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रस्तुत किए गए अनुमान से 0.4 फीसदी अंक कम (डाउनवार्ड रीविजन) है.  
• साल 2016 में विश्व अर्थव्यवस्था के 2.9 फीसदी और 2017 में 3.2 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है. इसे सामान्य तौर पर कम प्रतिबंधित राजकोषीय और दुनियाभर में अभी भी उदार मौद्रिक नीति के रूख का समर्थन प्राप्त है. 
• बड़ी पूंजी का प्रवाह और वित्तीय बाजार में बढ़ती अस्थिरता, विकासशील और संक्रमण काल से गुजर रही अर्थव्यवस्थाओं में बढ़ोतरी, 2008 में आए वैश्विक वित्तीय संकट के बाद से गति को मंद कर दिया है. 
• चीन की बहुप्रतिक्षित मंदी और विशेष रूप से रूसी संघ और ब्राजील जैसी अन्य बड़ी उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में आई मंदी के कारण 2016 में वैश्विक विकास की धुरी आंशिक रूप से फिर से विकसित अर्थव्यवस्थाओं की ओर जा रहा है. 
• साल 2016 और 2017 में चुनौतीपूर्ण वैश्विक परिस्थितियों  के बावजूद दक्षिण एशिया क्षेत्र को  दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ता क्षेत्र  बन जाने की उम्मीद है. 
• सबसे कम विकसित देशों में जीडीपी में सुधार होने की उम्मीद है. ये 2015 के 4.5 फीसदी से बढ़कर 2016 में 5.6 हो सकते हैं लेकिन सतत विकास लक्ष्य से पीछे रह जाएंगें क्योंकि निकट भविष्य में कम– से– कम 7 फीसदी के डीजीपी विकास दर को नहीं छू पाएंगे. 
• यह इस बात का संकेत देता है कि विश्व अर्थव्यवस्था में थोड़े समय के लिए कमजोरी के मद्देनजर दुनियाभर के  नीतिनिर्माताओं के लिए चुनौतियां बहुत अधिक होने वाली हैं. 
• इसने पर्यावरणीय स्थिरता में कुछ सकारात्मक हल के रूझानों को भी साझा किया है. कार्बन उत्सर्जन संबंधी वैश्विक ऊर्जा में बीते 20 वर्षों में पहली बार 2014 में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई. 
• कई विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक विकास के क्षेत्र में व्यापक मंदी और आम तौर पर कमजोर वेतन वद्धि, निकट भविष्य में गरीबी में कमी के लिए प्रगति नियंत्रित करना होगा. 
• वस्तुओं के निर्यातकों में व्यापार– शर्तों के लिहाज से स्थिति काफी खराब हुई है, बाकी दुनिया से वस्तुओं और सेवाओं की मांग की उनकी क्षमता को सीमित कर दिया है. 

वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए पांच प्रमुख विरोधी तत्व
WESP 2016 रिपोर्ट में वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए पांच प्रमुख विरोधी तत्व बताए गए हैं. ये हैं– 
1. लगातार व्यापक अर्थव्यवस्था की अनिश्चितताएं 
2. वस्तुओं के कम मूल्य और कम व्यापार प्रवाह 
3. विनिमय दरों और पूंजी प्रवाह में बढ़ते उतार– चढ़ाव 
4. स्थिर निवेश और उत्पादकता में बढ़ोतरी 
5. वित्त और रीयल सेक्टर की गतिविधियों के बीच निरंतर बढ़ती दूरी. 

WESP 2016 में भारत 
साल 2016 में भारत दुनिया का सबसे तेजी से विकास करने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था होगा. रिपोर्ट में साल 2016 के लिए भारत की विकास दर के 7.3 फीसदी होने का अनुमान किया गया है. साल 2017 के लिए यह 7.5 फीसदी होगा, जो कि 2015 में 7.2 फीसदी के पूर्व अनुमान से थोड़ा अधिक है. 

द यूनाइटेड नेशंस इकोनॉमिक एंड सोशल कमिशन फॉर एशिया एंड द पेसेफिक (UNESCAP) रिपोर्ट के बारे में
WESP रिपोर्ट हर वर्ष के शुरुआत में सालाना प्रकाशित की जाती है. संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक मामला विभाग (यूएन/डीईएसए), संयुक्त राष्ट्र व्यापार एवं विकास सम्मेलन (यूएनसीटीएडी), संयुक्त राष्ट्र के पांच क्षेत्रीय आयोग और विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ) मिलकर इसका प्रकाशन करते हैं.

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