
वे फ़िल्म 'लगान' और 'स्वदेश' में निभाए अपने किरदारों के लिए प्रसिद्ध थे. राजेश का हैदराबाद मं, निधन हुआ उस समय वे वहां शूटिंग पर थे.
राजेश विवेक
• 31 जनवरी 1949 को जन्मे राजेश विवेक ने जौनपुर से ही एमए किया और दिल्ली के नैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में थियेटर की पढ़ाई की.
• उन्होंने ‘अग्निपथ’, ‘सन ऑफ सरदार’, ‘धिश्कियाऊं’, ‘खेलें हम जी जान से’, ‘बंटी और बबली’ और ‘कच्चे धागे’ जैसी 30 से भी ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया.
• वे श्याम बेनेगल की 1978 में आई फ़िल्म 'जुनून' से पर्दे पर आए थे.
• वे मूल रूप से थिएटर अभिनेता थे. उन्होंने टीवी धारावाहिक 'महाभारत', 'भारत एक खोज' और 'अघोरी' में भी काम किया था.
• राजेश ने प्रसिद्ध टीवी धारावाहिक महाभारत में भी मुनि वेदव्यास की भूमिका अदा की थी.
• उन्हें “लगान” में लगान में 'गुरन बाबा' का अभिनय किया था, जो एक ज्योतिषी था, उनके इस अभिनय की काफी तारीफ़ हुई थी.
• 31 जनवरी 1949 को जन्मे राजेश विवेक ने जौनपुर से ही एमए किया और दिल्ली के नैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में थियेटर की पढ़ाई की.
• उन्होंने ‘अग्निपथ’, ‘सन ऑफ सरदार’, ‘धिश्कियाऊं’, ‘खेलें हम जी जान से’, ‘बंटी और बबली’ और ‘कच्चे धागे’ जैसी 30 से भी ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया.
• वे श्याम बेनेगल की 1978 में आई फ़िल्म 'जुनून' से पर्दे पर आए थे.
• वे मूल रूप से थिएटर अभिनेता थे. उन्होंने टीवी धारावाहिक 'महाभारत', 'भारत एक खोज' और 'अघोरी' में भी काम किया था.
• राजेश ने प्रसिद्ध टीवी धारावाहिक महाभारत में भी मुनि वेदव्यास की भूमिका अदा की थी.
• उन्हें “लगान” में लगान में 'गुरन बाबा' का अभिनय किया था, जो एक ज्योतिषी था, उनके इस अभिनय की काफी तारीफ़ हुई थी.
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