केंद्र सरकार ने 30 नवंबर 2015 को ग्लोबल पोलियो एंडगेम स्ट्रेटजी के लिए अपनी प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में इंजेक्शन इनएक्टिवटेड पोलियो वैक्सीन (आईपीवी) का शुभारंभ किया.
इस आईपीवी इंजेक्शन का शुभारम्भ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा द्वारा नई दिल्ली में किया गया.
यह देश में पोलियो के खिलाफ लड़ने के लिए भारत की सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम का अगला कदम है.
इस आईपीवी इंजेक्शन का शुभारम्भ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा द्वारा नई दिल्ली में किया गया.
यह देश में पोलियो के खिलाफ लड़ने के लिए भारत की सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम का अगला कदम है.
मुख्य बिंदु
• इस कार्यक्रम के पहले चरण के अंतर्गत असम, गुजरात, पंजाब, बिहार, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश को शामिल किया जाएगा.
• इस आईपीवी इंजेक्शन को ओरल पोलियो वैक्सीन (ओपीवी) के साथ एक वर्ष के कम उम्र के बच्चों को प्रदान किया जाएगा.
• एसा पाया गया है की आईपीवी और ओपीवी एक साथ दिए जाने पर बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं और इस तरह से उन्हें दोहरी सुरक्षा प्रदान करेंगे.
• नियमित टीकाकरण में आईपीवी की शुरूआत की अनुशंशा वैश्विक पोलियो एंडगेम रणनीति द्वारा मई 2015 में विश्व स्वास्थ्य महासभा में की गई थी.
इस कार्यक्रम के तहत विश्व के 126 देशों को शामिल किया गया है जो अब भी ओरल वेक्सीन का प्रयोग कर रहे हैं.
इससे पहले 27 मार्च 2014 को भारत को पोलियो मुक्त घोषित किया गया था परन्तु भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान और अफगानिस्तान में अब भी पोलियो के मामले पाए गए हैं अतः पोलियो से प्रतिरक्षा अनिवार्य है.
• इस कार्यक्रम के पहले चरण के अंतर्गत असम, गुजरात, पंजाब, बिहार, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश को शामिल किया जाएगा.
• इस आईपीवी इंजेक्शन को ओरल पोलियो वैक्सीन (ओपीवी) के साथ एक वर्ष के कम उम्र के बच्चों को प्रदान किया जाएगा.
• एसा पाया गया है की आईपीवी और ओपीवी एक साथ दिए जाने पर बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं और इस तरह से उन्हें दोहरी सुरक्षा प्रदान करेंगे.
• नियमित टीकाकरण में आईपीवी की शुरूआत की अनुशंशा वैश्विक पोलियो एंडगेम रणनीति द्वारा मई 2015 में विश्व स्वास्थ्य महासभा में की गई थी.
इस कार्यक्रम के तहत विश्व के 126 देशों को शामिल किया गया है जो अब भी ओरल वेक्सीन का प्रयोग कर रहे हैं.
इससे पहले 27 मार्च 2014 को भारत को पोलियो मुक्त घोषित किया गया था परन्तु भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान और अफगानिस्तान में अब भी पोलियो के मामले पाए गए हैं अतः पोलियो से प्रतिरक्षा अनिवार्य है.
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