जर्मनी की कैबिनेट ने 1 दिसम्बर 2015 को इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के खिलाफ सैन्य सहायता देने हेतु आदेश जारी किया गया. इसका उद्देश्य फ़्रांस एवं साथी देशों को आतंकवादी संगठन के खिलाफ सहयोग प्रदान करना है.
यह आदेश एक वर्ष तक लागू रहेगा जिसकी लागत 134 मिलियन यूरो (142 मिलियन डॉलर) है, इसे अगले एक वर्ष के लिए बढ़ाया भी जा सकता है.
इस जर्मन मिशन को संसद से मंजूरी दी जानी अभी बाकी है जिसमें टोर्नेडो जेट, रीफ्यूल एयरक्राफ्ट एवं अन्य युद्धक सामग्री शामिल होगी.
यह आदेश एक वर्ष तक लागू रहेगा जिसकी लागत 134 मिलियन यूरो (142 मिलियन डॉलर) है, इसे अगले एक वर्ष के लिए बढ़ाया भी जा सकता है.
इस जर्मन मिशन को संसद से मंजूरी दी जानी अभी बाकी है जिसमें टोर्नेडो जेट, रीफ्यूल एयरक्राफ्ट एवं अन्य युद्धक सामग्री शामिल होगी.
इसमें जर्मनी अन्तरराष्ट्रीय संगठन को सहयोग देने हेतु अपने 1200 सैनिक तैनात करेगा.
13 नवम्बर 2015 को हुए पेरिस आतंकवादी हमलों के पश्चात फ़्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के आग्रह पर जर्मनी ने आईएसआईएस के खिलाफ लड़ने के लिए सहमति जताई. ओलांद ने नवम्बर 2015 के अंतिम सप्ताह में अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी एवं रूस की यात्रा कर आईएसआईएस के खिलाफ लड़ने में सहायता का आग्रह किया था.
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