भारत ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में 10,000 मेगावॉट सौर बिजली उत्पादन करने की क्षमता हासिल कर ली. भारत ने यह क्षमता तीन साल से भी कम समय में अर्जित की है. सौर उर्जा उत्पादन क्षमता में अर्जित की यह वृद्धि तीन गुना है.
केंद्रीय बिजली मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार भारत की सौर उर्जा उत्पादन क्षमता 26 मई, 2014 को मात्र 2,650 मेगावॉट थी जो अब 10,000 मेगावाट से अधिक हो गई. ऊर्जा क्षेत्र में भारत के उज्जवल भविष्य हेतु यह लक्ष्य तीन साल से कम समय में अर्जित किया गया है.
केंद्र सरकार ने देश में वर्ष 2022 तक सौर ऊर्जा संसाधनों के माध्यम से 1,00,000 मेगावाट और कुल मिलाकर विभिन्न अक्षय ऊर्जा स्रोतों से 1,75,000 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता जुटाने का महत्वकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है.
सौर ऊर्जा दर-
केंद्र सरकार ने देश में वर्ष 2022 तक सौर ऊर्जा संसाधनों के माध्यम से 1,00,000 मेगावाट और कुल मिलाकर विभिन्न अक्षय ऊर्जा स्रोतों से 1,75,000 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता जुटाने का महत्वकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है.
सौर ऊर्जा दर-
- पिछले महीने की शुरूआत में ही कम पूंजी व्यय और सस्ते कर्ज के चलते सौर ऊर्जा की दर 2.97 रुपये प्रति यूनिट के निम्न स्तर पर पहुंच गई.
- यह दर रेवा सोलर पार्क, मध्यप्रदेश द्वारा की गई नीलामी में हासिल की गई.
- नीलामी मध्य प्रदेश सरकार और भारतीय सौर ऊर्जा निगम के संयुक्त उद्यम ने आयोजित की.
सौर उर्जा के बारे में-
- सौर ऊर्जा सीधे सूर्य से प्राप्त की जाती है.
- सौर ऊर्जा ही मौसम एवं जलवायु का परिवर्तन करती है.
- सौर ऊर्जा ही धरती पर सभी प्रकार के जीवन (पेड़-पौधे और जीव-जन्तु) का सहारा है.
- सूर्य की ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलने को ही मुख्य रूप से सौर उर्जा के रूप में जाना जाता है.
- सूर्य की ऊर्जा को दो प्रकार से विदुत ऊर्जा में बदला जाता है.
- पहला प्रकाश-विद्युत सेल की सहायता से और दूसरा किसी तरल पदार्थ को सूर्य की ऊष्मा से गर्म करने के बाद इससे विद्युत जनित्र चलाकर.
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