देश की पहली इको-फ्रेंडली रिफाइनरी राजस्थान में स्थापित किए जाने की घोषणा-(23-APR-2017) C.A

| Sunday, April 23, 2017
राजस्थान के बाड़मेर में देश की पहली इको-फ्रेंडली रिफाइनरी स्थापित किए जाने की घोषणा की गयी. इस इको-फ्रेंडली रिफाइनरी से पेट्रोल और डीजल के उत्पादन के साथ  पेट्रोकैमिकल संकुल में बिजली भी उत्पादित की जा सकेगी. 

प्रदेश में स्थापित होने वाली यह अत्याधुनिक रिफाइनरी अपनी तरह की देश में पहली रिफाइनरी है. प्रदेश सरकार द्वारा इस रिफाइनरी को लेकर एचपीसीएल के साथ  एमओयू किए जाने की सम्भावना है.

बाडमेर के पचपदरा में एचपीसीएल व सरकार की भागीदारी से स्थापित होने वाली नौ एमएमटीपीएल की रिफाइनरी सह पेट्रोकेमिकल संकुल देश की पहली इकोफ्रेंडली होगी. 

प्रमुख तथ्य-
  • बाडमेर के पचपदरा में स्थापित की जाने वाली इकोफ्रेंडली रिफाइनरी से उत्पादन में तो प्रदूषण कम होगा ही साथ ही इससे उत्पादित पेट्रोल और डीजल देश में अन्य रिफाइनरियों से कहीं कम प्रदूषण फैलाएगा.
  • बाडमेर स्थित इस रिफाइनरी से क्रूड आयल से उत्पादित होने वाला पेट्रोल और डीजल बीएस-6 मानको के अनुरूप तैयार होगा.
  • देश में अभी तक अन्य रिफाइरियों से उत्पादित होने वाले पेट्रोल और डीजल बीएस-3 या बीएस-4 ग्रेड के हैं.
  • बाडमेर में रिफाइनरी के साथ क्रूड आयल से निकलने वाले वेस्ट से अन्य आयल उत्पाद लगाने हेतु पेट्रोकैमिकल मशीनरीज भी स्थापित की जाएंगी.  
  • सूत्रों के अनुसार एमओयू के बाद रिफाइनरी स्थापना में कंपनी को एक से डेढ साल का समय लगेगा।
छह हजार करोड़ लागत ज्यादा-
  • प्रदेश में वर्ष 2013 में पूर्व गहलोत सरकार के समय कंपनी के साथ हुए एमओयू के तहत रिफाइनरी की कीमत 37 हजार करोड़ रुपए के लगभग थ.
  • अत्याधुनिक रिफाइनरी स्थापना की स्थापना के कारण अब इसकी कीमत में छह हजार करोड़ रुपए की अतिरिक्त बढ़ोतरी की गई.
आयातित क्रूड भी किया जाएगा रिफाइन-
बाड़मेर में स्थापित होने वाली रिफाइनरी में प्रदेश के पश्चिमी जिलों के गर्भ से निकलने वाले कू्रड आयल को रिफाइन करने के साथ पेट्रोल और डीजल का उत्पादन किया जाएगा.
इसकी नौ एमएमटीपीएल क्षमता के चलते अन्य राज्यों से आयातित क्रूड आयल से भी बीएस-6 ग्रेड का पेट्रोल व डीजल उत्पादित किया जा सकेगा.

बिजली उत्पादन-
  • राजस्थान के बाड़मेर में स्थापित की जाने वाली रिफाइनरी से पेट्रोल और डीजल के उत्पादन साथ ही यहां पेट्रोकैमिकल संकुल में बिजली भी उत्पादित की जा सकेगी. यह बिजली क्रूड आयल से बनने वाले पेट्रोल और डीजल के बाद निकलने वाले वेस्ट पिटकोक से उत्पादित की जाएगी. ऐसा प्लांट यहाँ लगाया जाएगा.
  • इस प्लांट से 250 मेगावाट बिजली पैदा की जाएगी.

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