पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु 'विस्टाडोम कोच' भारतीय रेल नेटवर्क में शामिल-(18-APR-2017) C.A

| Tuesday, April 18, 2017
 suresh-prabhu भारतीय रेलवे ने देश में पहली बार ट्रेन में एक विस्टाडोम कोच पेश किया. यह कोच 16 अप्रैल 2017 को विशाखापत्तनम-किरांदुल ट्रेन में लगाया गया. रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने भुवनेश्वर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ट्रेन को रवाना किया.

विस्टाडोम कोच के बारे में-
  • विस्टाडोम कोच वातानुकूलित है और इसे खासतौर पर डिजाइन किया गया है.
  • इस कोच में बैठने के बाद बाहर का नजारा भजी देखा जा सकता है.
  • विस्टाडोम कोच को भारतीय रेल ने यात्री सुविधाओं में इजाफा करने हेतु रेल नेटवर्क में खास किस्म के कोच को शामिल किया.
  • भारतीय रेलवे में यह अपनी तरह का पहला कोच है.
  • इसमें शीशे की बड़ी-बड़ी खिड़कियां हैं और एक अवलोकन लांज भी है.
  • 3.38 करोड़ रुपये की लागत से बने 40 सीट वाले कोच की खासियत यह है कि इसमें लगी सीटें 360 डिग्री तक घूम सकती हैं.
  • विस्टाडोम कोच की छत पर भी कांच लगा है.
  • इसके दरवाजे स्वत: सरकने वाले हैं.
  • इस कोच से यात्री विशाखापत्तनम से अराकूघाटी पर्वत स्टेशन के बीच के 128 किलोमीटर लंबे रास्ते का शानदार नजारा देख सकते हैं.
  • विस्टाडोम कोच में सीटों का रंग शताब्‍दी जैसी ट्रेनों के जैसा है. कोच के अन्दर एलईडी लाइट्स रोशनी करेंगी.
  • विस्‍टाडोम कोचों में मनोरंजन का भी इंतजाम किया गया है.
  • इसके अलावा यात्रियों के फिल्म देखने के लिए इंफोटेनमेंट सिस्‍टम भी होगा.
  • रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु के अनुसार विस्टाडोम कोच को देश में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु शामिल किया गया.
पर्यटन नीति- 2017-
  • रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने आकर्षक पैकेज के साथ एक दर्जन पर्यटक ट्रेनें चलाए जाने की घोषणा की.
  • भारतीय रेल मंत्रालय ने पर्यटन के माध्यम से अपनी आय बढ़ाने हेतु पर्यटन नीति- 2017 का मसौदा तैयार कर लिया है.
  • योजना के अनुसार लग्जरी पर्यटक ट्रेन (एलटीटी) सिर्फ विदेशी मेहमानों के लिए संचालित की जाएंगी.
  • लग्जरी पर्यटक ट्रेन में कई प्रकार के टूर पैकेज के साथ विश्व स्तर की सुविधाएं उपलब्ध होंगी.
  • पूर्ण वातानुकूलित सेमी लग्जरी टूरिस्ट ट्रेन (एसएलटीटी) देसी-विदेशी मेहमानों के लिए होगी.
अन्य योजनाएं-
भारत दर्शन-
भारत दर्शन ट्रेन (बीडीटी) के सभी कोच स्लीपर होंगे. इनका यात्री किराया सामान्य मेल-एक्सप्रेस के बराबर होगा.

धार्मिक पर्यटन-
आस्था सर्किट ट्रेन (एसीटी) प्रमुख धार्मिक स्थलों के लिए समर्पित की जाएंगी. इसी तरह बुद्ध स्पेशल ट्रेन (बीएसटी) बुद्ध सर्किट के लिए संचालित की जाएंगी.

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