भारत और श्रीलंका ने आर्थिक सहयोग हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किये-(28-APR-2017) C.A

| Friday, April 28, 2017
भारत और श्रीलंका ने आर्थिक सहयोग हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किये. भारत के प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे की उपस्थिति में नई दिल्‍ली में समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किए गए.

श्रीलंका प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे पांच दिवसीय दौरे पर भारत आए हैं. वह 29 अप्रैल तक भारत में रहेंगे. इस अवधि में वह दोनों देशों के मध्य रिश्तों को मजबूती प्रदान करेंगे. दोनों देशों के मध्य किए गए इस समझौता के बाद दोनों देशों की जनता के लाभ और आपसी संबंध मजबूत करने के उपायों पर भी विस्‍तार से चर्चा की गयी.

श्रीलंका सरकार ने आगामी माह प्रधानमंत्री मोदी की श्रीलंका यात्रा के दौरान भारत के साथ एक अन्य समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर करने का प्रस्‍ताव किया. पीएम मोदी का दो हफ्ते बाद ही श्रीलंका की यात्रा पर जाने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है.

समझौता के प्रमुख तथ्य-
  • समझौता के तहत श्रीलंका ने भारत को अपने पश्चिमी तट पर कच्चे तेल का रिजर्व भंडार बनाने की अनुमति दे दी है. श्रीलंका सरकार भारत सरकार के निवेश से त्रिंकोमाली में बंदरगाह और तेल टैंक फार्मो के विकास हेतु प्रयत्नशील है.
  • भारत भी श्रीलंका में सरकारी तेल कंपनी इंडियन आयल कार्पोरेशन के माध्यम से त्रिण्कोमाली बंदरगाह पर कच्चे तेल का एक बड़ा रणनीतिक भंडार बनाना चाहता है.
  • श्रीलंका के त्रिंकोमाली बंदरगाह में एक साथ लगभग 80-100 बड़े टैंकर के बराबर कच्चे तेल की भंडारण की सुविधा होगी.
  • त्रिंकोमाली बंदरगाह पर 2300-2500 करोड़ रुपये की शुरुआती लागत आएगी.
  • श्रीलंका के त्रिंकोमाली बंदरगाह पर भारत की मंशा सिर्फ तेल भंडारण व्यवस्था स्थापित करने की नहीं है अपितु वह इसे एक रणनीतिक प्लानिंग के तौर पर देख रहा है. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटेन ने त्रिंकोमली में पोर्ट के साथ ही तेल भंडार बनवाये थे.
  • श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में एलएनजी बिजली संयंत्र और टर्मिनल तथा पाइप वाली गैस की सप्‍लाई का भी प्रस्ताव है.
  • समझौता के तहत श्रीलंका सरकार का उत्‍तरी और पूर्वी भागों में राजमार्ग और रेल परियोजनाएं बनाने का भी प्रस्‍ताव है.
  • पूर्व एनडीए सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2003 में इसके लिए भारत ने श्रीलंका के साथ बातचीत की.

आर्थिक परियोजना में सहयोग हेतु समझौता- 
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागलेके अनुसार भारत-श्रीलंका ने आर्थिक परियोजना में सहयोग हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किए हैं. इससे दोनों देशों के मध्य आर्थिक संबंध मजबूत होंगे और आर्थिक परियोजनाओं में सहयोग व विस्तार किया जाएगा.

टिप्पणी- 
समझौता का उद्देश्य- 

चीन की भावी चुनौती को देखते भारत हिंद महासागर में अपनी नौ सेना ताकत बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए त्रिंकोमाली बंदरगाह पर यह भंडारण व्यवस्था अहम साबित होगी. चीन ने श्रीलंका के एक अन्य हमबनतोला में न सिर्फ नया पोर्ट बनाया अपितु वहां एक आर्थिक क्षेत्र भी बना लिया. इससे हिंद महासागर में चीन की ताकत काफी बढ़ गई.

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