सुकमा में हुए नक्सली हमले के दो दिन बाद राजीव राय भटनागर को केंद्र सरकार द्वारा सीआरपीएफ के महानिदेशक पद पर स्थायी रूप से नियुक्त किया गया. नक्सली हमले होने पर लंबे समय से सीआरपीएफ के महानिदेशक की स्थायी नियुक्ति नहीं होने से सरकार की आलोचना हो रही थी.
राजीव राय भटनागर
• सीआरपीएफ के नए महानिदेशक बनाए गए राजीव राय भटनागर 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं.
• वर्तमान में वे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के प्रमुख के पद पर तैनात हैं.
• सीआरपीएफ के महानिदेशक का पद पिछले दो महीने से खाली पड़ा था.
• 28 फरवरी 2017 को के. दुर्गा प्रसाद द्वारा सीआरपीएफ महानिदेशक के पद से सेवानिवृत होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अतिरिक्त महानिदेशक सुदीप लखटकिया को सुरक्षा बल के प्रमुख पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा था.
राजीव राय भटनागर
• सीआरपीएफ के नए महानिदेशक बनाए गए राजीव राय भटनागर 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं.
• वर्तमान में वे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के प्रमुख के पद पर तैनात हैं.
• सीआरपीएफ के महानिदेशक का पद पिछले दो महीने से खाली पड़ा था.
• 28 फरवरी 2017 को के. दुर्गा प्रसाद द्वारा सीआरपीएफ महानिदेशक के पद से सेवानिवृत होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अतिरिक्त महानिदेशक सुदीप लखटकिया को सुरक्षा बल के प्रमुख पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा था.
सीआरपीएफ को खुली छूट
• सुकमा में नक्सली हमले में 25 जवानों की शहादत के बाद सरकार ने आक्रामक रुख अपनाते हुए सीआरपीएफ को नक्सलियों से निटपने के लिए 75 दिन की खुली छूट दी है.
• सीआरपीएफ के कार्यकारी महानिदेशक, गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी छत्तीसगढ़ कैंप में रहेंगे तथा वहीं रणनीति तय की जाएगी.
• जंगलों में छिपे नक्सलियों को ढूंढने के लिए राडार, हवाई सर्विलांस आदि उपकरण ख़रीदे जायेंगे.
• नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए गुप्तचर सेवाओं की मदद ली जाएगी.
• इसमें आवश्यकता पड़ने पर आंध्र प्रदेश और ओडिशा पुलिस की सहायता भी ली जाएगी.
• सुकमा में नक्सली हमले में 25 जवानों की शहादत के बाद सरकार ने आक्रामक रुख अपनाते हुए सीआरपीएफ को नक्सलियों से निटपने के लिए 75 दिन की खुली छूट दी है.
• सीआरपीएफ के कार्यकारी महानिदेशक, गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी छत्तीसगढ़ कैंप में रहेंगे तथा वहीं रणनीति तय की जाएगी.
• जंगलों में छिपे नक्सलियों को ढूंढने के लिए राडार, हवाई सर्विलांस आदि उपकरण ख़रीदे जायेंगे.
• नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए गुप्तचर सेवाओं की मदद ली जाएगी.
• इसमें आवश्यकता पड़ने पर आंध्र प्रदेश और ओडिशा पुलिस की सहायता भी ली जाएगी.
0 comments:
Post a Comment