भारत में पिछले चार वर्षों में गर्मी से 4620 लोगों की मौत: पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय-(24-APR-2017) C.A

| Monday, April 24, 2017

भारत में गर्मियों का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है जिसके कारण देश में लू तथा गर्मियों से होने वाली बीमारियों से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. 

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2012 से 2016 तक 4620 से अधिक लोगों ने प्रतिकूल मौसम के कारण जान गंवाई है.

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की रिपोर्ट


•    प्रतिकूल मौसम के कारण जान गंवाने वाले लोगों में 4246 लोग आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के हैं.

•    पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2016 में प्रतिकूल मौसम के कारण लगभग 1600 लोगों की मौत हुई. 

•    वर्ष 2016 में जिन लोगों की मौत प्रतिकूल मौसम के कारण हुई उनमें 557 लोगों ने लू के कारण जान गंवाई.

•    वर्ष 2015 में लू से 2081 लोगों की जान गयी वहीं 2014 में इसी कारण 549 लोगों की मौत हुई. 

•    वर्ष 2013 में लू लगने से 1443 लोगों की मौत हुई जिनमें से 1393 लोग अविभाजित आंध्र प्रदेश के थे.

•    अंतरराष्ट्रीय मौसम विभाग ने वर्ष 2016 को 1901 के बाद से सबसे गर्म साल घोषित किया था. गौरतलब है कि वर्ष 1901 से तापमान का रिकॉर्ड दर्ज किया जा रहा है.

गर्मियों में लू से निर्जलीकरण अधिक होता है जिससे डायरिया, हैजा आदि बीमारियां भी पनपती हैं. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों में सीधे तौर पर निर्जलीकरण से होने वाली बीमारियों के आंकड़े शामिल नहीं हैं इसलिए पूरे देश में मौत के आंकड़ों की संख्या अधिक हो सकती है.

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