आयकर विभाग (आईटी) ने 14 अप्रैल 2017 को ऑपरेशन क्लीन मनी का दूसरा चरण आरंभ किया. इसके तहत लगभग 60,000 लोगों के बैंक खातों जांच की जाएगी. इस योजना का उद्देश्य इन खातों में नोटबंदी के फैसले के बाद जमा अघोषित आय का पता लगाना है.
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (CBDT) द्वारा बताया गया कि देश में नोटबंदी के बाद से 28 फरवरी तक 9334 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता लगा है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा 8 नवंबर 2016 को की थी.
सीबीडीटी के अनुसार नोटबंदी की अवधि के दौरान 60 हज़ार से अधिक ऐसे लोगों की पहचान की गई है जिन्होंने नकदी में अत्यधिक लेन-देन किया है. इनमें 1300 लोग ऐसे हैं जो अत्यधिक जोखिम वाली श्रेणी में हैं.
ऑपरेशन क्लीन मनी पार्ट-2 के तहत अधिक मूल्य की प्रॉपर्टी की खरीदारी के 6 हजार मामले और विदेश पैसे भेजे जाने के 6600 मामलों की जांच विस्तार से की जाएगी. यह सभी मामले ऐसे हैं जिनकी विस्तार से जांच की जाएगी.
ऑपरेशन क्लीन मनी का पहला चरण 31 जनवरी को आरंभ किया गया था. इसके तहत आयकर विभाग ने 17.92 लाख लोगों से ऑनलाइन जवाब तलब किया था, साथ ही जांच भी की थी. इनमें 17.92 लाख लोगों में से केवल 9.46 लाख लोगों ने विभाग को जवाब दिए थे.
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (CBDT) द्वारा बताया गया कि देश में नोटबंदी के बाद से 28 फरवरी तक 9334 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता लगा है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा 8 नवंबर 2016 को की थी.
सीबीडीटी के अनुसार नोटबंदी की अवधि के दौरान 60 हज़ार से अधिक ऐसे लोगों की पहचान की गई है जिन्होंने नकदी में अत्यधिक लेन-देन किया है. इनमें 1300 लोग ऐसे हैं जो अत्यधिक जोखिम वाली श्रेणी में हैं.
ऑपरेशन क्लीन मनी पार्ट-2 के तहत अधिक मूल्य की प्रॉपर्टी की खरीदारी के 6 हजार मामले और विदेश पैसे भेजे जाने के 6600 मामलों की जांच विस्तार से की जाएगी. यह सभी मामले ऐसे हैं जिनकी विस्तार से जांच की जाएगी.
ऑपरेशन क्लीन मनी का पहला चरण 31 जनवरी को आरंभ किया गया था. इसके तहत आयकर विभाग ने 17.92 लाख लोगों से ऑनलाइन जवाब तलब किया था, साथ ही जांच भी की थी. इनमें 17.92 लाख लोगों में से केवल 9.46 लाख लोगों ने विभाग को जवाब दिए थे.
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