दक्षिण भारत के प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक कासीनथुनी विश्वनाथ को वर्ष 2016 हेतु भारतीय सिनेमा के सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार दादा साहेब फाल्के अवार्ड के लिए चयनित किया गया.
सूचना और प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू द्वारा 24 अप्रैल 2017 को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार (डीएसपीए) समिति की सिफारिश को मंजूरी दी. मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि अभिनेता कासीनथुनी इस अवार्ड को पाने वाले 48वें व्यक्ति हैं.
सूचना और प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू द्वारा 24 अप्रैल 2017 को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार (डीएसपीए) समिति की सिफारिश को मंजूरी दी. मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि अभिनेता कासीनथुनी इस अवार्ड को पाने वाले 48वें व्यक्ति हैं.
कासीनथुनी विश्वनाथ
• आन्ध्र प्रदेश के गुडीवडेन में जन्मे कासीनथुनी विश्वनाथ फिल्मों में शास्त्रीय और पारंपरिक कला, संगीत और नृत्य प्रस्तुत करते रहे हैं.
• उन्होंने 1965 से अब तक निर्देशक के रूप में 50 फिल्में बनाई हैं.
• उनकी फिल्में विभिन्न तरीकों से कहानी कहने के दिलचस्प तरीकों और सांस्कृतिक प्रमाणिकता के लिए जानी जाती हैं.
• सामाजिक और मानवीय विषयों पर उनकी फिल्मों को लोगों द्वारा खूब सराहा गया है.
• इस पूर्व फिल्म निर्माण में उनके योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें 1992 में पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है.
• उन्हें पांच बार राष्ट्रीय पुरस्कार, 20 नंदी पुरस्कार (आन्ध्र प्रदेश सरकार द्वारा दिया जाने वाला पुरस्कार) और लाइफ टाइम एचीवमेंट पुरस्कार सहित 10 फिल्म फेयर पुरस्कार मिले हैं.
• उनकी राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म स्वाथीमुथयम को श्रेष्ठ विदेशी फिल्म श्रेणी में 59वें एकेडमिक पुरस्कार में भारत की आधिकारिक फिल्म के रूप में रखा गया था.
• कासीनथुनी विश्वनाथ की कुछ प्रमुख फिल्मों में ‘सरगम’, ‘कामचोर’, ‘संजोग’, ‘जाग उठा इंसान’ और ‘ईश्वर’ शामिल हैं.
• आन्ध्र प्रदेश के गुडीवडेन में जन्मे कासीनथुनी विश्वनाथ फिल्मों में शास्त्रीय और पारंपरिक कला, संगीत और नृत्य प्रस्तुत करते रहे हैं.
• उन्होंने 1965 से अब तक निर्देशक के रूप में 50 फिल्में बनाई हैं.
• उनकी फिल्में विभिन्न तरीकों से कहानी कहने के दिलचस्प तरीकों और सांस्कृतिक प्रमाणिकता के लिए जानी जाती हैं.
• सामाजिक और मानवीय विषयों पर उनकी फिल्मों को लोगों द्वारा खूब सराहा गया है.
• इस पूर्व फिल्म निर्माण में उनके योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें 1992 में पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है.
• उन्हें पांच बार राष्ट्रीय पुरस्कार, 20 नंदी पुरस्कार (आन्ध्र प्रदेश सरकार द्वारा दिया जाने वाला पुरस्कार) और लाइफ टाइम एचीवमेंट पुरस्कार सहित 10 फिल्म फेयर पुरस्कार मिले हैं.
• उनकी राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म स्वाथीमुथयम को श्रेष्ठ विदेशी फिल्म श्रेणी में 59वें एकेडमिक पुरस्कार में भारत की आधिकारिक फिल्म के रूप में रखा गया था.
• कासीनथुनी विश्वनाथ की कुछ प्रमुख फिल्मों में ‘सरगम’, ‘कामचोर’, ‘संजोग’, ‘जाग उठा इंसान’ और ‘ईश्वर’ शामिल हैं.
1 comments:
National Family Benefit Scheme
Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana
Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana
Post a Comment