सिक्किम की जनजाति लेपचा आदिवासियों का वार्षिक उत्सव तेंदोंग पर्वत की प्रार्थना 7 अगस्त 2015 को पारंपरिक श्रद्धा और धूमधाम के साथ मनाया गया.
यह लेपचा जनजातियों का वार्षिक त्यौहार है जो प्रति वर्ष जुलाई-अगस्त के महीने में मनाया जाता है.
इस दिन लोककथाओं के अनुसार जनजाति तेंदोंग पर्वत की प्रार्थना करते हैं. इस प्रार्थना के पीछे जनजातियों की यह धारणा है कि 40 दिन और 40 रात अनवरत वर्षा से बचने के लिए उनके पूर्वजों ने इस पर्वत की शरण ली थी और इस पर्वत के कारण ही उनके पूर्वज सुरक्षित बच पायें.
इस दिन लोककथाओं के अनुसार जनजाति तेंदोंग पर्वत की प्रार्थना करते हैं. इस प्रार्थना के पीछे जनजातियों की यह धारणा है कि 40 दिन और 40 रात अनवरत वर्षा से बचने के लिए उनके पूर्वजों ने इस पर्वत की शरण ली थी और इस पर्वत के कारण ही उनके पूर्वज सुरक्षित बच पायें.
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