कोचीन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट 18 अगस्त 2015 को सौर ऊर्जा से चलने वाला विश्व का पहला एयरपोर्ट बना.
केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने एयरपोर्ट पर 12 मेगावाट पीक वाले सौर उर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया. इस संयंत्र में 46,150 सोलर पैनल हैं जिन्हें 45 एकड़ के कार्गो क्षेत्र में बिछाया गया है.
इससे कोचीन एयरपोर्ट प्रतिदिन 50,000 से 60,000 यूनिट सौर उर्जा का उत्पादन करेगा. इस उर्जा का प्रयोग एयरपोर्ट पर इस्तेमाल होने वाली बिजली की खपत के लिए किया जाएगा.
कोचीन एयरपोर्ट ने मार्च 2013 में विमान आगमन टर्मिनल की छत पर 100 किलो वाट पीक सोलर प्लांट लगाकर सौर ऊर्जा क्षेत्र में पहली बार कोई कदम उठाया था.
केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने एयरपोर्ट पर 12 मेगावाट पीक वाले सौर उर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया. इस संयंत्र में 46,150 सोलर पैनल हैं जिन्हें 45 एकड़ के कार्गो क्षेत्र में बिछाया गया है.
इससे कोचीन एयरपोर्ट प्रतिदिन 50,000 से 60,000 यूनिट सौर उर्जा का उत्पादन करेगा. इस उर्जा का प्रयोग एयरपोर्ट पर इस्तेमाल होने वाली बिजली की खपत के लिए किया जाएगा.
कोचीन एयरपोर्ट ने मार्च 2013 में विमान आगमन टर्मिनल की छत पर 100 किलो वाट पीक सोलर प्लांट लगाकर सौर ऊर्जा क्षेत्र में पहली बार कोई कदम उठाया था.
एयरपोर्ट द्वारा सौर ऊर्जा के प्रयोग से पर्यावरण पर अनुकूल प्रभाव पड़ेगा और आने वाले 25 वर्षों में कोयला आधारित उर्जा संयंत्र में बिजली बनाने की प्रक्रिया के दौरान निकलने वाले 3 लाख मीट्रिक टन से भी ज्यादा कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन से राहत मिलेगी. तीन लाख मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को रोकना 30 लाख पेड़ लगाने के बराबर है.
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