भारत - प्रशांत द्वीप सहयोग मंच की द्वितीय बैठक जयपुर, राजस्थान में सम्पन्न-(25-AUG-2015) C.A

| Tuesday, August 25, 2015
फोरम फॉर इन्डियन पैसिफिक आइलैंडस को-ओपरेशन (फिपिक) की द्वितीय बैठक 21 अगस्त 2015 को राजस्थान की राजधानी जयपुर में सम्पन्न हुई.
इस वर्ष इस बैठक में 14 देशों के राष्ट्राध्यक्षों और प्रतिनिधियों ने भाग लिया. एफआईपीआईसी में भाग लेने वाले प्रशांत द्वीप के देशों में कुक आईलैंड, टोंगा, तुवालू, नॉरू, किरिबाती, वानुआतू, सोलोमन आईलैंड, समोआ, नियु, पालाऊ, माइक्रोनेशिया, मार्शल आईलैंड, फिजी और पापुआ न्यु गिनी शामिल हैं.
विदित हो वर्ष 2014 में गठित इस मंच का पहला शिखर सम्मेलन फिजी की राजधानी सुवा में आयोजित किया गया था. 
बैठक में भाग लेने आए विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने संयुक्तज राष्ट्र  सुधार तथा संशोधित संयुक्तग राष्ट्रअ सुरक्षा परिषद में स्था यी सदस्यतता के लिए भारत की उम्मीमदवारी के लिए अपना प्रबल समर्थन व्योक्तन किया. इसके अतिरिक्त बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने के लिए प्रौद्योगिकियों के अनुकूलन की दिशा में प्रशांत क्षेत्र के द्वीपीय देशों के साथ मिलकर काम करने का आश्वािसन दिया तथा आपदा उपशमन के लिए भारत के पूर्ण समर्थन का वादा किया.
 बैठक में फिजी 

• बैठक में शामिल हुए फिजी के प्रधानमंत्री  जोसाया वी बैनीमारामा ने भारत के सहयोग से फिजी में एक फर्मास्युरटिकल संयंत्र की स्थाोपना के लिए तथा पर्यटन क्षेत्र में निवेश के लिए भी अपनी इच्छाी व्यसक्तन की. 
• दोनों पक्ष रक्षा एवं सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग का विस्ताार करने पर सहमत हुए, जिसके लिए शीघ्र ही फिजी में संगत प्रतिनिधियों की बैठक होगी. 
• भारत कृषि एवं डेयरी के क्षेत्रों में भी फिजी के साथ साझेदारी स्थाापित करेगा तथा आपदाओं के विरुद्ध लोच के लिए क्षमता निर्माण में मदद करेगा. 
• इस बात पर सहमति हुई कि विशेष रूप से निर्माण क्षेत्र में व्याथपार के अवसरों का जायजा लेने के लिए निकट भविष्यक में भारतीय व्या पार शिष्टामंडलों को फिजी का दौरान करना चाहिए.
• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिजी में अंतरिक्ष अनुसंधान स्टेशन खोलने की योजना की घोषणा की. यह स्टेशन भर्त को उपग्रह ट्रैकिंग क्षमता प्रदान करेगा. वर्तमान में भारत उपग्रह ट्रैकिंग के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया पर निर्भर करता है.

सम्मेलन में पपुआ न्यूद गीनिया  

• फिपिक की दूसरी बैठक में पपुआ न्यू् गीनिया  की ओर से  प्रधानमंत्री पीटर ओ नील ने भाग लिया. 
• भारत अवसंरचना क्षेत्र, विशेष रूप से सड़कों, राजमार्गों एवं हवाई अड्डों के विकास में पपुआ न्यू् गीनिया की भी मदद करेगा.
• पपुआ न्यूर गीनिया ने इस प्रयोजन के लिए भारतीय एग्जिम बैंक से ऋण के रूप में 100 मिलियन डालर प्राप्तग करने की इच्छाल व्य क्त. की, जिस पर अनुकूल ढंग से विचार किया जाएगा.
• दोनों पक्ष रक्षा, क्षमता निर्माण, लोक प्रशासन, स्वाअस्य्स  , शिक्षा तथा तेल एवं गैस के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर भी सहमत हुए.
• पपुआ न्यूष गीनिया ने आशा व्यिक्त, की कि ओ एन जी सी विदेश लिमिटेड के साथ साझेदारी को निकट भविष्यल में आगे बढ़ाया जाएगा.
• भारत शीघ्र ही पपुआ न्यूय गीनिया में अपना एक व्याएपार शिष्ट मंडल भेजेगा.

सम्मेलन में वनातू 
 
• वनातू के प्रधानमंत्री सातो किलमन  ने वनातू ने पाम चक्रवात के आलोक में भारत द्वारा प्रदान की गई 2,50,000अमरीकी डालर की नकद सहायता के लिए भारत का धन्यकवाद किया.

सम्मेलन में नौरू
• बैठक में नौरू देश के राष्ट्रोपति महामहिम श्री बरोन दिवावेसी वाका भाग लिया. 
• नौरू ने समुद्र के बढ़ते स्त रों से निपटने के लिए समुद्री दीवारों के निर्माण में भारत की मदद के लिए अपनी प्रशंसा व्य क्त2 की.
• दोनों पक्ष इस विकास सहयोग को आगे ले जाने, जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव के लिए प्रत्युित्त्र तथा आपदा प्रबंधन के लिए नौरू में क्षमता निर्माण पर सहमत हुए.
• भारत अपने विशेषज्ञों से घाटों की मरम्मेत में नौरू के साथ काम करने के लिए कहेगा ताकि सुनिश्चित हो कि सहज ढंग से बंदरगाह पर पोतों का पहुंचना संभव हो सके

बैठक के दौरान भारत ने प्रत्येक प्रशांत द्वीप देश में एक सूचना प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला की स्थापित करने की घोषणा की इसके अतिरिक्त अगले कुछ माह में प्रसार भारती प्रशांत द्वीप देशों से प्रसारकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करेगा.

0 comments:

Post a Comment