भारत एवं मोजाम्बिक ने नवीन एंव नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये. इस समझौते पर मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलिपे न्यूसी की भारत यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए गए.
इसके अलावा, दोनों देश समुद्री सुरक्षा और सागर अर्थव्यवस्था में सहयोग को बढ़ाने पर सहमत हुए. हिन्द महासागर एवं अफ्रीका महाद्वीप के महत्व को देखते हुए भारत एवं मोजाम्बिक के बीच संबंध बेहद अहम हैं. भारत और मोजाम्बिक की लंबी तटरेखाएं है, जो हिंद महासागर से जुड़ी हैं.
भारत के दक्षिण पूर्वी अफ्रीकी देश के साथ मजबूत रिश्ते अफ्रीका और हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की विदेश नीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे. मोजाम्बिक प्राकृतिक गैस, कोयला और अन्य खनिजों का एक बड़ा और निकटवर्ती स्रोत बन सकता है, इसलिये यह हमारे विकास को आगे बढ़ाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं.
भारत और मोजाम्बिक
भारत और मोजाम्बिक के बीच वर्ष 2014-15 में 2.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर का व्यापार हुआ है. दोनों देशों के बीच व्यापार पिछले 5 वर्षों में 5 गुना हो गया.
भारत के अफ्रीका में कुल निवेश का करीब 25 प्रतिशत मोजाम्बिक में है. वर्तमान में भारत का मोजाम्बिक में निवेश मुख्य रूप से हाइड्रोकार्बन और कोयला क्षेत्रों में 7 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का हैं. मोजाम्बिक के लोगों के लिए भारत उच्च शिक्षा और उच्च गुणवत्ता स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं हेतु एक महत्वपूर्ण स्थान है.
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