जापान की दवा कंपनी दाइची सांक्यो (Daiichi Sankyo) ने अपने को सन फार्मा से 21 अप्रैल 2015 को अलग कर लिया. इसके तहत दाइची सांक्यो ने सन फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज में
अपनी पूरी हिस्सेदारी (करीब नौ प्रतिशत) 20,420 करोड़ रुपये
में बेच दी. ये शेयर उसे सनफार्मा में रैनबैक्सी के विलय के बाद मिले थे.
दाइची सांक्यो ने वर्ष 2008 में 22,000
करोड़ रुपये में रैनबैक्सी में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदी थी.
रैनबैक्सी के सनफार्मा में विलय के बाद दाइची ने सन फार्मा के उसे मिले 21 करोड़ से अधिक (21,49,69,058 शेयर शेयर) बेच दिये.
विदित हो कि सनफार्मा में रैनबैक्सी के विलय के बाद सन
फार्मा विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी जेनेरिक दवा कंपनी और भारतीय घरेलू बाजार की
प्रमुख कंपनी बन गई है.
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