चीनी बाधा धावक लियू जियांग ने चोटिल होने के कारण 7 अप्रैल 2015 को संन्यास लेने की घोषणा की. जियांग
चीन के पहले खिलाड़ी हैं जिन्होंने ट्रैक और फील्ड में स्वर्ण पदक जीता.
चोट के कारण वे 2008 के बीजिंग ओलंपिक
खेलों से बाहर रहे. 2012 लंदन ओलंपिक में भी वे इसी कारण भाग
नहीं ले पाए थे.
उन्होंने 2004 एथेंस ओलंपिक खेलों में 110 मीटर बाधा ट्रैक दौड़ के दौरान स्वर्ण पदक जीतकर उस समय के 12.91 सेकंड के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की. बाद में जुलाई 2006 में स्विट्जरलैंड के लॉज़ेन में 12.88 सेकंड का विश्व रिकॉर्ड बनाया.
2007 के आइ.ए.ए.एफ. विश्व चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीता.
वे चीन के ऐसे पहले एथलीट हैं जिन्हें विश्व रिकॉर्ड, विश्व चैंपियन और ओलंपिक चैंपियन होने का गौरव प्राप्त है.
लियू अपने राष्ट्र के सर्वोच्च खेल सितारों में से एक हैं, वे आइ.ए.ए.एफ. विश्व चैंपियनशिप, बीजिंग 2015 के ऑफिशियल एम्बेसडर भी हैं.
उन्होंने 2004 एथेंस ओलंपिक खेलों में 110 मीटर बाधा ट्रैक दौड़ के दौरान स्वर्ण पदक जीतकर उस समय के 12.91 सेकंड के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की. बाद में जुलाई 2006 में स्विट्जरलैंड के लॉज़ेन में 12.88 सेकंड का विश्व रिकॉर्ड बनाया.
2007 के आइ.ए.ए.एफ. विश्व चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीता.
वे चीन के ऐसे पहले एथलीट हैं जिन्हें विश्व रिकॉर्ड, विश्व चैंपियन और ओलंपिक चैंपियन होने का गौरव प्राप्त है.
लियू अपने राष्ट्र के सर्वोच्च खेल सितारों में से एक हैं, वे आइ.ए.ए.एफ. विश्व चैंपियनशिप, बीजिंग 2015 के ऑफिशियल एम्बेसडर भी हैं.
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