वरिष्ठ वामपंथी नेता ‘सीताराम
येचुरी’ 19 अप्रैल 2015 को मार्क्सवादी
कम्यूनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के महासचिव चुने गए. मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के
इस सबसे अहम पद के लिए येचुरी को सर्वसम्मति से पार्टी का महासचिव चुना गया. वे
पार्टी के पांचवें महासचिव बनें.
विदित हो कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) अथवा
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) भारत का एक साम्यवादी दल है. इस दल की
स्थापना वर्ष 1964 में हुई थी. इस दल का सर्वोच्च वरिष्ठ
पद ‘पार्टी महासचिव’ का होता है. जो
पोलित ब्यूरो (मुख्य कार्यकारी समिति) की अध्यक्षता करता है.
सीताराम येचुरी से संबंधित मुख्य तथ्य
• सीताराम येचुरी का जन्म 12 अगस्त, 1952 को तमिलनाडु में हुआ.
• हैदराबाद में स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद सीताराम येचुरी ने दिल्ली के सेंट स्टीवेंस कॉलेज से स्नातक पूरी की.
• इसके बाद उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एमए किया.
• वर्ष 1974 में वे भारतीय स्टुडेंट्स फेडरेशन से जुड़े.
• वर्ष 1975 में येचुरी मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के सदस्य बने.
• वर्ष 1977-78 के दौरान येचुरी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष भी चुने गए.
• वर्ष 1978 में उन्हें स्टुडेंट फेडरेशन ऑफ़ इंडिया का अखिल भारतीय महासचिव चुना गया.
• वर्ष 1984 में येचुरी को सीपीएम की सेंट्रल कमेटी की बैठक में पहली बार निमंत्रित किया गया तथा वर्ष 1985 में सीपीएम के बारहवें अधिवेशन में उन्हें सेंट्रल कमेटी में शामिल किया गया.
• वर्ष 1992 में सीताराम येचुरी को पोलित ब्यूरो का सदस्य बनाया गया. इसके साथ ही उन्होंने पार्टी के मुख्य पत्रिका ‘पीपल्स डेमोक्रेसी’ का संपादन भी किया.
• जुलाई, 2005 में येचुरी पहली बार पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के सदस्य के तौर पर चुने गए.
सीताराम येचुरी से संबंधित मुख्य तथ्य
• सीताराम येचुरी का जन्म 12 अगस्त, 1952 को तमिलनाडु में हुआ.
• हैदराबाद में स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद सीताराम येचुरी ने दिल्ली के सेंट स्टीवेंस कॉलेज से स्नातक पूरी की.
• इसके बाद उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एमए किया.
• वर्ष 1974 में वे भारतीय स्टुडेंट्स फेडरेशन से जुड़े.
• वर्ष 1975 में येचुरी मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के सदस्य बने.
• वर्ष 1977-78 के दौरान येचुरी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष भी चुने गए.
• वर्ष 1978 में उन्हें स्टुडेंट फेडरेशन ऑफ़ इंडिया का अखिल भारतीय महासचिव चुना गया.
• वर्ष 1984 में येचुरी को सीपीएम की सेंट्रल कमेटी की बैठक में पहली बार निमंत्रित किया गया तथा वर्ष 1985 में सीपीएम के बारहवें अधिवेशन में उन्हें सेंट्रल कमेटी में शामिल किया गया.
• वर्ष 1992 में सीताराम येचुरी को पोलित ब्यूरो का सदस्य बनाया गया. इसके साथ ही उन्होंने पार्टी के मुख्य पत्रिका ‘पीपल्स डेमोक्रेसी’ का संपादन भी किया.
• जुलाई, 2005 में येचुरी पहली बार पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के सदस्य के तौर पर चुने गए.
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