विश्व बैंक ने दक्षिण एशिया आर्थिक फोकस रिपोर्ट जारी की-(17-APR-2015) C.A

| Friday, April 17, 2015
विश्व बैंक द्वारा 13 अप्रैल 2015 को दक्षिण एशिया आर्थिक फोकस रिपोर्ट जारी की गई. इस रिपोर्ट में वर्ष 2016 और 2017 के लिए दक्षिण एशिया की आर्थिक वृद्धि का अनुमान किया गया है.
रिपोर्ट के अनुसार इस क्षेत्र की आर्थिक वृद्धि दर 2015 में 7 प्रतिशत और 2017 में 7.6 प्रतिशत रहेगी.
  रिपोर्ट में इस वृद्धि का कारण तेल की कीमतों में गिरावट और भारी निवेश को बताया है.
इस क्षेत्र के सभी देश शुद्ध तेल आयातक हैं अतः इस तेल की कीमत में आने वाली कमी का फायदा यहाँ के देशों को मिलेगा. 2014 की चौथी तिमाही में दक्षिण एशिया दुनिया के सबसे तेजी से विकास करने वाले क्षेत्रों में रहा है.
भारत
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2017 में भारत की सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर 8 फीसदी रहेगी तथा यह वृद्धि दर 2015-16 में 7.5 फीसदी रहने का अनुमान है. साथ ही वित्तीय वर्ष 2016
  से 2018  तक निवेश दर में 12 प्रतीशत की वृद्धि भी अनुमानित है.
रिपोर्ट में भारत द्वारा राजकोषीय घाटे को अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों से अलग करने और जीवाश्म ईंधन के प्रयोग से पर्यावरण पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव के विरूद्ध कार्बन कराधान लाने के कदम को
  उत्साहजनक बताया है.
 
अफ़ग़ानिस्तान
रिपोर्ट में अफगानिस्तान की आर्थिक वृद्धि दर 2015 में 2.5 प्रतिशत और 2016 में 5.0 प्रतिशत अनुमानित है. साथ ही इस वृद्ध दर को हासिल करने के लिए सफल राजनीतिक संक्रमण के महत्व को भी रिपोर्ट में जगह दी गई है. कृषि और सेवाओं के निकट भविष्य में इस विकास के प्रमुख भूमिका निभाने वाले कारक के रूप में शामिल किया गया है.


बांग्लादेश
रिपोर्ट में बांग्लादेश की 2015 में आर्थिक वृद्धि दर 5.6 प्रतिशत होने का अनुमान है. एकल अंक मुद्रास्फीति, बेहतर निवेश माहौल और सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण राजनीतिक स्थिरता को इस वृद्धि को प्राप्त करने वाले महत्वपूर्ण कारक बताया गया है.
 
भूटान
भूटान में आर्थिक आर्थिक वृद्धि दर के 2015 में 6.7 प्रतिशत होने का अनुमान है इसमें नई जल विद्युत निर्माण और विजिट भूटान जैसे पर्यटन उपाय महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
 
नेपाल
नेपाल की जीडीपी विकास दर 4.5 से 5 प्रतिशत के मध्य ही रहने का अनुमान है. विकास के प्रदर्शन में सुधार करने के लिए देश के निजी क्षेत्र के निवेश को बढ़ावा देने की जरूरत है.
 
पाकिस्तान
रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में वर्ष 2016 में कम मुद्रास्फीति और राजकोषीय समेकन के चलते 4.6 प्रतिशत वृद्धि दर रहने का अनुमान है. आगे की प्रगति लगातार बिजली कटौती और बोझिल कारोबारी माहौल पर निर्भर करती है.
  
श्रीलंका
रिपोर्ट में धीमी निर्माण गतिविधि के कारण श्रीलंका के सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि में 2015 में 6.9 प्रतिशत की गिरावट की उम्मीद है.

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