सरकार ने मलेरिया उन्मूलन हेतु ओडिशा के 8 हजार गांवों में दमन अभियान आरम्भ करने की घोषणा की-(05-JAN-2017) C.A

| Thursday, January 5, 2017
ओडिशा राज्य सरकार ने मलेरिया उन्मूलन हेतु प्रदेश के आठ सुदूरवर्ती जिलों में दमन नामक अभियान आरम्भ करने की घोषणा की है. सरकार के इस फैसले से 79 ब्लाक के आठ हजार गांवों के लोगों को मलेरिया उन्मूलन अभियान ‘दमन’ का लाभ मिलेगा.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मलेरिया से मुक्ति हेतु अनोखे अभियान के तहत आठ हजार गांवों में ‘दमन’ आरम्भ करने की स्वीकृति राज्य सरकार द्वारा प्रदान की गयी है.
अभियान के बारे में- 
मलेरिया उन्मूलन अभियान के प्रथम चरण में गजपति, कालाहांडी, कोरापट, मलकानगिरि, नबरंगपुर, नुआपाडा और रायगड़ सुदूरवर्ती जिले शामिल हैं.
इन्ही जिलों में 10 से अधिक मलेरिया पीड़ितों के मामले सामने आए हैं.
प्रथम चरण के अभियान से 80 लाख लोग लाभान्वित होंगे. 
ओडिशा राज्य सरकार ने इस पंचवर्षीय अभियान हेतु 120 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई है.
शुरुआत में इस अभियान पर 25 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.

प्रक्रिया- 
अभियान के तहत लोगों को जागरूक किया जाएगा.
उनकी जांच की जाएगी और उनका उपचार किया जाएगा.
इसके तहत दवा भी उपलब्ध कराई जाएगी.
अभियान के तहत लोगों को 44 लाख मच्छरदानी भी उपलब्ध कराई जाएगी.

सरकार का लक्ष्य- 
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार भारत में मलेरिया की वजह से हर साल बाईस हजार लोगों की मौत होती है
आकड़ों के अनुसार दो करोड़ लोग इसकी चपेट में आते हैं.
भारत के विभीन राज्यों के आदिवासी क्षेत्रों में मलेरिया बीते पांच सालों से तीन से छह फीसद की रफ्तार से बढ़ रहा है.
फेल्सिपेरम मलेरिया की अधिकता की वजह से दूर-दराज गांवों में स्थिति अत्यंत गंभीर हुई है.
मलेरिया के जीवाणु खत्म होंने के बाद भी पुन: विकसित हो जाते हैं.

मलेरिया के जीवाणु दुनिया भर में हर साल पच्चीस से पचपन करोड़ लोगों पर हमला करके आठ से नौ लाख लोगों की जान ले लेते है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, भारत में हर साल मलेरिया से करीब पच्चीस लाख लोग प्रभावित होते हैं.
जिनमें हर साल एक हजार लोगों की मौत हो जाती है.
आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड और ओड़ीशा जैसे राज्यों में सबसे अधिक मलेरिया का प्रभाव बीते बीस वर्ष से देखने को मिल रहा है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार अगले पंद्रह से अट्ठारह साल तक फंड तिगुना करने के बाद ही भारत मलेरिया पर नियंत्रण पाया जा सकता है.
केंद्र सरकार ने वर्ष 2030 तक भारत को मलेरिया मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.

ओड़िसा के हालात-
30 अक्टूबर 2016 तक ओडिशा में मलेरिया के कारण 69 व्यक्तियों की मृत्यु हुई. यह आंकड़े अन्य राज्यों की तुलना में भारत में सबसे अधिक है.
ओड़िसा में 30 अक्टूबर 2016 तक कुल 3.71 लाख लोगों का मलेरिया हेतु सकारात्मक परीक्षण किया है, जो भारत में किसी भी राज्य के लिए सर्वाधिक है.
वर्ष 2015-2016 में ओड़िसा के जिलों में चलाए गए मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में लगभग 60 फीसदी मामलों में से 56 प्रतिशत मामलों में पीड़ित मृत्यु के शिकार हुए.

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