राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार 2016 हेतु 25 बच्चों का चयन-(21-JAN-2017) C.A

| Saturday, January 21, 2017
राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार 2016 हेतु 25 बच्चों का चयन किया गया है. इनमें से चार बच्चों को मरणोपरांत यह सम्मान दिया जा रहा है. सम्मानित बालकों में एक बालिका जम्मू-कश्मीर से है और दिल्ली के तीन बच्चों को वीरता पुरस्कार प्रदान किया जाएगा. 

राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार 2016 हेतु चयनित बालकों के नाम की घोषणा भारतीय बाल कल्याण परिषद की अध्यक्ष गीता सिद्धार्थ ने संवाददाता सम्मेलन में की. 23 जनवरी 2017 को आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इन बच्चों को सम्मानित किया जाएगा. देश में राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार का शुभारम्भ भारतीय बाल कल्याण परिषद की ओर से 1957 में किया गया.

कुल चयनित बालकों में 13 लड़के और 12 लड़कियां सम्मिलित हैं. सभी चयनित वीर बच्चे गणतंत्र दिवस पर आयोजित परेड में भी भाग लेंगे. देश में अब तक 945 बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार सम्मान प्रदान किया जा चुका है. इन सम्मानित बच्चों में 669 लड़के और 276 लड़कियां शामिल हैं. 

जम्मू कश्मीर की बालिका 12 वर्षीय पायल देवी को मरणोपरान्त यह सम्मान प्रदान किया जा रहा है. केरल की रहने वाली बदरूनिसा के.पी. को अपनी मां और एक अन्य लड़की को पानी में डूबने से बचाने हेतु यह सम्मान दिया जा रहा है. 

वीरता पुरस्कार हेतु चयनित बालकों के बारे मे-
भारत अवॉर्ड -
  • अरुणाचल प्रदेश निवासी आठ वर्षीय तार पीजू ने दो सहेलियों को डूबने से बचा लिया, किन्तुर खुद नदी की तेज धारा में बह गई. बालिका को मरणोपरांत वीरता पुरस्कार प्रदान किया जाएगा.
गीता चोपड़ा अवॉर्ड-
  • पश्चिम बंगाल निवासी सत्रह वर्षीय तेजस्विता प्रधान और सोलह वर्षीय शिवानी गोंद स्टूडेंट्स अगेंस्ट ट्रैफिकिंग क्लब की मेंबर हैं और इनकी मदद से अंतरराष्ट्रीय सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया गया.
संजय चोपड़ा अवॉर्ड-
  • उत्तराखंड निवासी पंद्रह वर्षीय सुमित ममगाई ने गुलदार के हमले से अपने मित्र का जीवन बचाया. सुमित ने गुलदार की पूंछ पकड़कर उस पर दरांती से वार किया तो गुलदार भाग गया.
बापू गैधानी अवॉर्ड-
  • मिजोरम निवासी तेरह वर्षीय रोलुआपुई ने नदी में गिर गई सहपाठी को निकाला, किन्तु खुद भंवर में फंस गई. मरणोपरांत वीरता पुरस्कार प्रदान किया जाएगा.
  • छत्तीसगढ़ के तुषार वर्मा (15) को पशुशाला में लगी आग से पशुओं को बचाने हेतु पुरस्कार प्रदान किया जाएगा.
नहर में कूद बच्चे को बचाया-
  • सुल्तान फिल्म में रेफरी की भूमिका निभाने वाले दिल्ली निवासी शमशेर के बेटे नमन ने अपने मामा के यहाँ सोनीपत में बवाना नहर में डूबते बच्चे विशाल (7) को बचाया. बच्चा अपनी चप्पल निकालने की चाह में नहर की धार में फंस गया था.
  • नमन ने 12 फुट गहरी नहर में छलांग लगाकर विशाल के कपड़े पकड़ कर नमन को  बाहर निकाल लिया. नमन को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
अन्य विजेता-
  • तेरह वर्षीय बालिका एच लालरियातपुई ढलान से लुढ़कती कार से छोटे भाई को बचाने की कोशिश में खुद कार के नीचे आ गई. मरणोपरांत वीरता पुरस्कार प्रदान किया जाएगा.
  • राजस्थान के नौ वर्षीय सोनू माली ने नाग (सांप) के हमले से सहपाठी को बचाया.
  • हिमाचल प्रदेश निवासी प्रफुल्ल शर्मा (11) ने पहाड़ी में लुढ़कती बस में ब्रेक लगाकर बस रोक दी.
  • कर्नाटक की दस वर्षीय सिया ने अपने भाई को, मणिपुर के एम. सदानंदा सिंह ने मां को करंट की चपेट में आने से बचाया.
  • महाराष्ट्र के जलगांव निवासी सोलह वर्षीय निशा दिलीप पाटिल (16) ने आग की चपेट में आने से बच्चे को बचाया.
  • केरल की पंद्रह वर्षीय बदरुनिसा के.पी., सोलह वर्षीय अखिल के. शिबु, चौदह वर्षीय आदित्यन एमपी पिल्लई, और बिनिल मंजली (15), असम के टंकेश्वर पीगू (16), छत्तीसगढ़ की कुमारी नीलम ध्रुव, उड़ीसा के मोहन सेठी (11), नागालैंड के थंगिलमंग लंकिम (10), जम्मू-कश्मीर निवासी पायल देवी (12) ने पानी में डूबते लोगों को बचाया. पायल को मरणोपरांत वीरता पुरस्कार प्रदान किया जाएगा.

इस वर्ष केरल से चार बालक, पश्चिम बंगाल व छत्तीसगढ से दो-दो बच्चे, दिल्ली से तीन, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, राजस्थान, उड़ीसा, कर्नाटक, नगालैंड, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और जम्मू कश्मीर से एक-एक बच्चे को वीरता पुरस्कार हेतु चयनित किया गया.

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