भारत में प्रदूषण से प्रतिवर्ष 12 लाख लोगों की मृत्यु: ग्रीनपीस-(16-JAN-2017) C.A

| Monday, January 16, 2017
भारत में प्रदूषण की स्थिति पर गैर सरकारी संस्था ग्रीनपीस द्वारा कराये गये सर्वेक्षण में 10 जनवरी 2017 को दिए गये आंकड़ों में बताया गया कि प्रतिवर्ष 12 लाख लोगों की मृत्यु प्रदूषण के कारण होती है.

ग्रीनपीस की इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि प्रदूषण स्तर के मामले में दिल्ली देश में सबसे अधिक प्रदूषित शहर है. हालांकि इस रिपोर्ट में बताया गया कि राजधानी में ही नहीं बल्कि देश के अन्य शहरों में भी वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा है.

“वायु प्रदूषण का फैलता जहर” नामक ग्रीनपीस इंडिया द्वारा जारी इस रिपोर्ट में 24 राज्यों के 168 शहरों की स्थिति के बारे में बताया गया है. 
रिपोर्ट के मुख्य बिंदु

•    ग्रीनपीस इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार डब्ल्यूएचओ तथा दक्षिण भारत के कुछ शहरों के अतिरिक्त किसी भी शहर में केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा बनाये गये मानकों का पालन नहीं किया गया.

•    प्रदूषण का मुख्य कारण जीवाश्म ईंधन जैसे कोयला,पेट्रोल, डीजल का अनियंत्रित उपयोग है.

•    रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक उत्तर भारत के शहर प्रदूषण से प्रभावित हैं.

•    इन शहरों का दायरा राजस्थान से आरंभ होकर गंगा के मैदानी इलाकों तक फैला हुआ है.

•    रिपोर्ट में शामिल इन में प्रदूषण नियंत्रित करने का कोई कारगर उपाय नहीं है जिसके कारण यह शहर वायु प्रदूषण के आधार पर रहने योग्य नहीं कहे जा सकते.

इस रिपोर्ट के अनुसार, देश के 20 सबसे अधिक प्रदूषित शहरों का वायु प्रदूषण का स्तर PM 10 (2) 268 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर (g/m3) से 168 g/m3 के बीच रहा. इसमें 268 g/m3 के साथ दिल्ली सबसे ऊपर है. वहीं इसके बाद अन्य शहरों में उत्तर प्रदेश का गाजियाबाद, इलाहाबाद, बरेली, कानपुर, हरियाणा का फरीदाबाद, झारखंड का झरिया, रांची, कुसेंदा, बस्टाकोला है.

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