दूसरा सोहरा मैराथन (2015) मेघालय में 17 जुलाई 2015 को आयोजित किया गया. मैराथन को पूर्वी काशी मोकडोक में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया.
मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने भी हिल्स जिले में मैराथन धावकों में शामिल हुए. मैराथन, जिसका नाम 'सोहरा जिसे पूर्व में चेरापूंजी के नाम से जाना जाता था के नाम पर रखा गया, मोकडोक में 13 गंतव्यों से होकर शुरू होकर बंद हुआ.
इसमैराथन में मंत्रियों, नौकरशाहों, अधिकारियों, बैंकरों, पुलिसकर्मी, पर्यटकों, माता-पिता, बच्चों और विकलांग व्यक्तियों सहित सभी क्षेत्रों से हजारों लोगों ने भाग लिया.
इसमें फुल मैराथन (42.2 किमी) हाफ मैराथन (21.1 किमी) 10 किमी की दौड़ और बच्चों की दौड़ शामिल रही.
मैराथन के विजेता
फुल मैराथन में पुरुष वर्ग के प्रथम विजेता-विकास कुमार, रामसीएज और होंटों रयणजह (Ramsiej and Honton Rynjah) रहे.
फुल मैराथन में महिला वर्ग के प्रथम तीन विजेता -श्यामली सिंह, दरिशिषा लैंगजुह (Darishisha Iangjuh) और हाबरी वरजरी रही.
इस मैराथन का आयोजन मुख्यमंत्री की युवा विकास योजना के तहत खेल एवं युवा मामलों के विभाग और कला एवं संस्कृति विभाग के साथ-साथ भारतीय स्टेट बैंक सहित कई एजेंसियों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया.
इसमैराथन में मंत्रियों, नौकरशाहों, अधिकारियों, बैंकरों, पुलिसकर्मी, पर्यटकों, माता-पिता, बच्चों और विकलांग व्यक्तियों सहित सभी क्षेत्रों से हजारों लोगों ने भाग लिया.
इसमें फुल मैराथन (42.2 किमी) हाफ मैराथन (21.1 किमी) 10 किमी की दौड़ और बच्चों की दौड़ शामिल रही.
मैराथन के विजेता
फुल मैराथन में पुरुष वर्ग के प्रथम विजेता-विकास कुमार, रामसीएज और होंटों रयणजह (Ramsiej and Honton Rynjah) रहे.
फुल मैराथन में महिला वर्ग के प्रथम तीन विजेता -श्यामली सिंह, दरिशिषा लैंगजुह (Darishisha Iangjuh) और हाबरी वरजरी रही.
इस मैराथन का आयोजन मुख्यमंत्री की युवा विकास योजना के तहत खेल एवं युवा मामलों के विभाग और कला एवं संस्कृति विभाग के साथ-साथ भारतीय स्टेट बैंक सहित कई एजेंसियों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया.
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