भारत और म्यामांर के बीच 29 अगस्त 2016 को नवीकरण ऊर्जा, परम्परागत चिकित्सा प्रणाली और 69 पुलों के निर्माण और उन्हें उच्चीकृत करने संबंधी चार सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किये गये.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और म्यामांर के राष्ट्रपति आंग सान सू ची के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद इन सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किये गये.
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अनुसार म्यामां, भारत का एक महत्वपूर्ण पड़ोसी देश है.
- यह भारत को दक्षिण एशिया के साथ जोड़ता है.
- करूणा और समानता का महात्मा बुद्ध का सिद्धान्त इन दोनों ही देशों के लोगों की जीवन शैली में शामिल है.
- नेतृत्व की परिपक्वता और लोगों की लोकतंत्र के प्रति वचनबद्धता के साथ साथ म्यामां ने एक नये युग में प्रवेश किया है.
समझौते के मुख्य तथ्य-
- दोनों देशों ने अपने संबंधों को गहरा बनाने और क्षेत्र में आतंकवादी एवं उग्रवादी गतिविधियों से मुकाबले में सक्रिय रूप से सहयोग करने का इरादा जाहिर किया.
- दोनों देशों ने संपर्क, औषधि एवं अक्षय ऊर्जा के अलावा कृषि, बैंकिंग और बिजली सहित कई अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए चार सहमति-पत्रों पर हस्ताक्षर किए.
- दोनों देश क्षेत्र में आतंकवादी एवं उग्रवादी गतिविधियों से मुकाबले के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए.
- म्यांमा उग्रवाद प्रभावित नगालैंड और मणिपुर सहित कई पूर्वोत्तर राज्यों से करीब 1,640 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है.
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