भारतीय डाक भुगतान बैंक का 17 अगस्त 2016 को गठन किया गया. इस संदर्भ में इसे रजिस्ट्रार ऑफ़ कम्पनीज़ से कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत कारपोरेट मामलों के मंत्रालय निगमन प्रमाणपत्र भी प्राप्त हुआ.
इसके पश्चात् भारतीय डाक भुगतान बैंक लिमिटेड के बोर्ड का गठन भी किया जा सकेगा.
इसके पश्चात् भारतीय डाक भुगतान बैंक लिमिटेड के बोर्ड का गठन भी किया जा सकेगा.
भारतीय डाक भुगतान बैंक
• इस से मूल बैंकिंग, भुगतान और प्रेषण सेवाएं प्रदान करने के द्वारा वित्तीाय समावेशन और बीमा, म्यु,चुअल फंड, पेंशन और ग्रामीण क्षेत्रों एवं बैंक रहित और बैंक के अंतर्गत कार्य करने वाले क्षेत्रों पर विशेष रूप से ध्यांन देते हुए तीसरे पक्ष के वित्तींय प्रदाताओं के साथ समन्ववय के माध्यवम से ऋण तक पहुंच जैसी वित्तीतय सुविधाएं भी मिलेंगी.
• परियोजना का कुल व्यरय 800 करोड़ रुपये है.
• आईपीपीबी मार्च 2017 तक भारतीय रिजर्व बैंक से बैंकिंग लाइसेंस प्राप्तम कर लेगा और सितंबर 2017 तक 670 शाखाओं को परिचालन में लाने की योजना है.
• यह शाखाएं मोबाइल, एटीएम, पीओएस/एम-पीओएस उपकरणों एवं साधारण डिजिटल भुगतानों सहित अत्यालधुनिक तकनीकों के साथ डाक घरों और वैकल्पिक चैनलों से संबद्ध होंगी
• वर्ष 2018-19 तक पूरे देश में इसका विस्तार किया जाएगा.
• इस से मूल बैंकिंग, भुगतान और प्रेषण सेवाएं प्रदान करने के द्वारा वित्तीाय समावेशन और बीमा, म्यु,चुअल फंड, पेंशन और ग्रामीण क्षेत्रों एवं बैंक रहित और बैंक के अंतर्गत कार्य करने वाले क्षेत्रों पर विशेष रूप से ध्यांन देते हुए तीसरे पक्ष के वित्तींय प्रदाताओं के साथ समन्ववय के माध्यवम से ऋण तक पहुंच जैसी वित्तीतय सुविधाएं भी मिलेंगी.
• परियोजना का कुल व्यरय 800 करोड़ रुपये है.
• आईपीपीबी मार्च 2017 तक भारतीय रिजर्व बैंक से बैंकिंग लाइसेंस प्राप्तम कर लेगा और सितंबर 2017 तक 670 शाखाओं को परिचालन में लाने की योजना है.
• यह शाखाएं मोबाइल, एटीएम, पीओएस/एम-पीओएस उपकरणों एवं साधारण डिजिटल भुगतानों सहित अत्यालधुनिक तकनीकों के साथ डाक घरों और वैकल्पिक चैनलों से संबद्ध होंगी
• वर्ष 2018-19 तक पूरे देश में इसका विस्तार किया जाएगा.
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