भारतीय रिज़र्व बैंक ने 4 मार्च 2015 को रेपो दर में 0.25 प्रतिशत (मुख्य नीतिगत दर में 25 आधार अंक) की कटौती की घोषणा की. रेपो
रेट में कटौती से आवास, वाहन एवं
कॉरपोरेट ऋण सस्ता होने की उम्मीद है. नयी दरें तत्काल प्रभाव से लागू हो गयी.
मुद्रास्फीति कमजोर होने और बजट में सरकार की आर्थिक वृद्धि की
योजनाओं से उत्साहित भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी मुख्य दर (रेपो दर) 0.25 प्रतिशत घटाकर 7.5 प्रतिशत की. रिजर्व बैंक की ओर से मुख्य
नीतिगत दर में कटौती से व्यक्तिगत ऋण एवं कॉरपोरेट ऋण के दरों में कटौती होगी.
जिससे आवास, वाहन एवं
कॉरपोरेट ऋण सस्ता हो जाएगा. रिवर्स रेपो दरों को 4 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा गया.
विदित हो कि रिजर्व बैंक की ओर से दो
माह से भी कम समय में दूसरी बार यह कटौती की गयी. भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर
राधुराम राजन के अनुसार वर्ष 2015-16 की पहली छमाही में मुद्रास्फीति के
कमजोर पड़ने की उम्मीद है, जबकि दूसरी
छमाही में यह 6 प्रतिशत से
नीचे आ सकती है.
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