हरियाणा सरकार ने गायों के
लिए यूआईडीएआई (आधार कार्ड) की तर्ज पर गायों की देसी नस्ल को ‘विशेष पहचान नंबर’ जारी
करने का निर्णय लिया. इस निर्णय की घोषणा 18 मार्च 2015
को की गई.
हरियाणा सरकार के इस निर्णय के बाद यह राज्य देश का ऐसा पहला प्रदेश होगा जहां गायों की पहचान के लिए 12 अंकों का यूनिक आईडी नंबर दिया जाएगा.
यह 'विशेष पहचान टैग' और विशिष्ट नंबर ‘भारतीय पहचान विशिष्ट प्राधिकरण’ (Unique Identification Authority of India, UIDAI, यूआईडीएआई) के प्रारूप की तरह होगा.
उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य गायों को उनकी पहचान देना और गायों की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर नजर रखना तथा सुविधा मुहैया करवाना है.
इस योजना की मुख्य विशेषताएं
• इस योजना के तहत यूआईडीएआई की तर्ज पर गायों की देसी नस्ल को ‘विशेष पहचान टैग’ लगाया जाएगा.
• इस पहचान टैग में आधार नंबर के जैसा 12 अंकों का एक यूनिक नंबर होगा और इस आईडी कार्ड को गाय के गले में टांगा जाएगा.
• इन विशेष टैग में गाय की तस्वीर, नस्ल, रंग और शारीरिक बनावट के साथ ही उम्र की जानकारी होगी.
• इससे गायों में किसी खतरनाक बीमारी फैलने की स्थिति से भी निपटने में मदद मिलेगी.
इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय डेयरी कार्यक्रम के तहत शुरू हो जाएगा. इस कार्यक्रम की शुरुआत अप्रैल 2015 से हरियाणा के कुछ ब्लॉक में ट्रायल के तौर पर शुरू किया जाएगा.
विदित हो कि हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने गौ संरक्षण और गौ संवर्धन कानून पास करने के बाद अब नया कदम उठाया है
हरियाणा सरकार के इस निर्णय के बाद यह राज्य देश का ऐसा पहला प्रदेश होगा जहां गायों की पहचान के लिए 12 अंकों का यूनिक आईडी नंबर दिया जाएगा.
यह 'विशेष पहचान टैग' और विशिष्ट नंबर ‘भारतीय पहचान विशिष्ट प्राधिकरण’ (Unique Identification Authority of India, UIDAI, यूआईडीएआई) के प्रारूप की तरह होगा.
उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य गायों को उनकी पहचान देना और गायों की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर नजर रखना तथा सुविधा मुहैया करवाना है.
इस योजना की मुख्य विशेषताएं
• इस योजना के तहत यूआईडीएआई की तर्ज पर गायों की देसी नस्ल को ‘विशेष पहचान टैग’ लगाया जाएगा.
• इस पहचान टैग में आधार नंबर के जैसा 12 अंकों का एक यूनिक नंबर होगा और इस आईडी कार्ड को गाय के गले में टांगा जाएगा.
• इन विशेष टैग में गाय की तस्वीर, नस्ल, रंग और शारीरिक बनावट के साथ ही उम्र की जानकारी होगी.
• इससे गायों में किसी खतरनाक बीमारी फैलने की स्थिति से भी निपटने में मदद मिलेगी.
इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय डेयरी कार्यक्रम के तहत शुरू हो जाएगा. इस कार्यक्रम की शुरुआत अप्रैल 2015 से हरियाणा के कुछ ब्लॉक में ट्रायल के तौर पर शुरू किया जाएगा.
विदित हो कि हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने गौ संरक्षण और गौ संवर्धन कानून पास करने के बाद अब नया कदम उठाया है
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